गंगा शहर के बोथरा चौक में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह की पूर्णाहुति, सनातन धर्म के महत्वपूर्ण संदेशों के साथ

गंगा शहर के बोथरा चौक में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह की पूर्णाहुति, सनातन धर्म के महत्वपूर्ण संदेशों के साथ

गंगा शहर के बोथरा चौक में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह की पूर्णाहुति, सनातन धर्म के महत्वपूर्ण संदेशों के साथ

सनातन धर्म मंगल कामना पीठ एवं फूल भाटी परिवार की तरफ से बीकानेर के उपनगर गंगा शहर के बोथरा चौक सेकंड में श्रीमद् भागवत सप्ताह की पूर्णाहुति हुई 


कथावाचक पंडित मुनि महाराज ने बताया कि भागवत ऐसा महापुराण है जिसके श्रवण मात्र से जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते है तथा भागवत शीतल जल के समान है जो जीवन रूपी प्रश्न की धधकती ज्वाला को शांत करता है  भागवत में महाराज ने ध्रुव जी महाराज भक्त प्रह्लाद जी की कथा नृसिंह अवतार 


राम जन्म कथा कृष्ण जन्म की कथा बताई तथा विभिन्न कथाओं का उल्लेख किया तथा बताया क्रोध ही कंस का स्वरूप है तथा अहम ही दशानन है इन सभी की कथा के साथ साथ इस भीषण गर्मी में पक्षियों के लिए जल और दाने की व्यवस्था करने का भी संदेश दिया प्रत्येक मनुष्य को जीवन में दो पेड़ लगाने  तथा उनका पोषण करने का संदेश  देकर अपनी कथा को पूर्ण किया

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Completion of Shrimad Bhagwat Week organized at Bothra Chowk of Ganga city, with important messages of Sanatan Dharma.

On behalf of Sanatan Dharma Mangal Kamna Peeth and Phool Bhati family, Shrimad Bhagwat Week was concluded at Bothra Chowk Second in Ganga city, a suburb of Bikaner.


Narrator Pandit Muni Maharaj told that Bhagwat is such a great Purana by just listening to which the sins of many births are destroyed and Bhagwat is like cool water which calms the blazing flame of the question of life. In Bhagwat, Maharaj has written about Dhruv Ji Maharaj devotee Prahlad. ji's story nrisimha avatar


Story of Ram's birth, told the story of Krishna's birth and mentioned various stories and told that anger is the form of Kansa and important is Dashanan. Along with the story of all these, there is also a message to arrange water and food for the birds in this scorching heat. Completed his story by giving the message to every human being to plant two trees in life and nurture them.