कम नंबर आने के डर से छात्रा ने कर लिया सुसाइड, 4 घंटे बाद आए रिजल्ट ने सबको चौंका दिया
कम नंबर आने के डर से छात्रा ने कर लिया सुसाइड, 4 घंटे बाद आए रिजल्ट ने सबको चौंका दिया
कम नंबर आने के डर से बच्ची ने सुसाइड कर लिया। लेकिन उसकी मौत के कुछ घंटे के बाद जब परिणाम आया तो पता चला कि उसने 76 प्रतिशत नंबर हांसिल किए हैं। परिवार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मामला बांसवाड़ा जिले के अंबापुरा थाना इलाके में स्थित एक कस्बे का है।
12वीं के एग्जाम में वो डिप्रेशन में चली गई थी...
दरअसल कस्बे में अपने ननिहाल में रहने वाली दीपिका ने बारहवीं की परीक्षा दी थी। कुछ समय पहले उसकी मां की किसी कारण से मौत हो गई थी। ऐसे में बच्ची तनाव में आ गई थी और उसने परीक्षा देने से ही इंकार कर दिया था। वह अपनी नानी के घर रह रही थी।
इधर बेटी की लाश पड़ी-उधर मार्कशीट हाथ में लिए परिवार आंसू बहा रहा
नानी और परिवार के अन्य लोगों ने उसे परीक्षा देने और मेहनत करने के लिए तैयार किया। उसने परीक्षा दी, लेकिन फिर भी वह तनाव में थी। उसे डर था कि मां की मौत के कारण तनाव के चलते उसकी तैयारी सही से नहीं हो सकी। ऐसे में उसने बोर्ड परीक्षा का परिणाम आने के तीन से चार घंटे पहले सुसाइड कर लिया। उधर परिवार बेटी की मौत पर दुखी था और कुछ घंटे के बाद रिजल्ट आया जिसमें उसके 76 फीसदी अंक आए। इधर बेटी की लाश पड़ी थी और उधर मार्कशीट हाथ में लिए परिवार आंसू बहा रहा था।
Due to fear of getting low marks, student committed suicide, result came after 4 hours shocked everyone
The girl committed suicide due to fear of getting low marks. But when the results came a few hours after his death, it was found that he had secured 76 percent marks. The tears of the family are not stopping. The matter is of a town located in Ambapura police station area of Banswara district.
She went into depression during 12th exam...
Actually, Deepika, who lives in her maternal house in the town, had given her 12th examination. Some time ago his mother died due to some reason. In such a situation, the girl became stressed and refused to appear for the exam. She was living at her grandmother's house.
Here the daughter's dead body was lying and on the other side the family was shedding tears with the marksheet in their hands.
Nani and other members of the family prepared him to take exams and work hard. She took the exam, but was still stressed. He feared that due to the stress caused by his mother's death, he could not prepare properly. In such a situation, he committed suicide three to four hours before the results of the board exam were announced. On the other hand, the family was sad over the death of their daughter and after a few hours the result came in which she got 76 percent marks. Here the daughter's dead body was lying and on the other side the family was shedding tears holding the marksheet in their hands.