चुनाव से पहले बाहर आया फोन टैपिंग का ‘जिन्न’, शर्मा ने पूर्ववर्ती सरकार पर लगाए कई बड़े आरोप

चुनाव से पहले बाहर आया फोन टैपिंग का ‘जिन्न’, शर्मा ने पूर्ववर्ती सरकार पर लगाए कई बड़े आरोप

चुनाव से पहले बाहर आया फोन टैपिंग का ‘जिन्न’, शर्मा ने पूर्ववर्ती सरकार पर लगाए कई बड़े आरोप

जयपुर। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से ठीक पहले अशोक गहलोत  की सरकार में उनके ओएसडी रहे लोकेश शर्मा  ने पूरे राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है। लोकेश शर्मा ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ प्रेसवार्ता कर अहम खुलाए किए हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए लोकेश शर्मा ने फोन टैंपिंग प्रकरण को लेकर कहा कि उसके ओडियो टेप सोशल मीडिया से नहीं मिले थे, बल्कि अशोक गहलोत ने खुद उन्हें दिए थे, जिसे गहलोत के कहने के बाद मीडिया को अन्य मोबाइल नंबर के जरिए शेयर किया था।

शर्मा ने कहा कि गहलोत ने उन्हें एक होटल बुलाया था, जहां उन्होंने पेन ड्राइव दी और कहा कि इसे मीडिया में सर्कुलेट करवाओ। मैंने पेन ड्राइव से उसे लैपटॉप में लिया, फिर फोन के जरिए मीडिया में सर्कुलेट किया। पेपर लीक पर लोकेश ने कहा कि रीट मामले में पेपर लीक करवाने में गहलोत सरकार के सिस्टम की मिलीभगत थी। गहलोत के पास गृह विभाग था। फोन टैपिंग और पेपर लीक मामले की पूरी जानकारी उस वक्त के डीजीपी और सीएम
सचिव को थी।

उन्होंने गहलोत सरकार के कार्यकाल में हुए करप्शन पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल में उपकरण खरीदने में जो खेल हुआ, वह मानवता के नाम पर कलंक है। इसके अलावा 1 हजार करोड़ का खान घोटाला, 7 हजार 400 करोड़ का मोबाइल घोटाला और ग्रामीण खेलों के नाम पर धांधली की गई।

मेरा इस्तेमाल किया
शर्मा ने कहा कि मेरे राजनीतिक गुरु अशोक गहलोत ने अपनी कुर्सी को बचाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया था। उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया था, इसलिए मैंने उनके आदेश की पालना की। गहलोत को मुझ पर संदेह था इसलिए उन्होंने मेरा फोन डिस्ट्रॉय करवाया। यही वजह है कि 26 नवंबर, 2021 को मेरे कार्यालय में SOG की आड़ में रेड करवाई गई थी।

शर्मा ने कहा कि जब सरकार बच गई तो मेरे केस के बारे में बात करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि गहलोत के कहने पर ही गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि खराब करने के लिए संजीवनी क्रेडिट सोसायटी का मुद्दा उठाया गया था।

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The 'genie' of phone tapping came out before the elections, Sharma made many big allegations against the previous government

Jaipur. Just before the second phase of Lok Sabha elections, Lokesh Sharma, who was OSD in Ashok Gehlot's government, has created a stir in the politics of entire Rajasthan. Lokesh Sharma has made important revelations in a press conference against former CM Ashok Gehlot. Taking aim at the previous Congress government, Lokesh Sharma said regarding the phone tamping issue that its audio tapes were not obtained from social media, but were given to him by Ashok Gehlot himself, which after Gehlot's request was shared with the media through another mobile number. did.

Sharma said that Gehlot had called him to a hotel, where he gave him a pen drive and asked him to circulate it in the media. I took it from pen drive to laptop, then circulated it in the media through phone. On paper leak, Lokesh said that the Gehlot government's system was complicit in getting the paper leaked in the REET case. Gehlot had the home department. Complete information about phone tapping and paper leak case was given by the then DGP and CM.
It was to the secretary.

Taking aim at the corruption that took place during the tenure of the Gehlot government, he said that the game played in purchasing equipment during the Corona period is a blot on the name of humanity. Apart from this, there was a mine scam worth Rs 1,000 crore, a mobile scam worth Rs 7,400 crore and rigging was done in the name of rural sports.

used me
Sharma said that my political guru Ashok Gehlot had used me to save his chair. He assured me, so I followed his orders. Gehlot was suspicious of me so he got my phone destroyed. This is the reason why on November 26, 2021, a raid was conducted in my office under the guise of SOG.

Sharma said that when the government was saved, it stopped talking about my case. He said that it was at the behest of Gehlot that the issue of Sanjeevani Credit Society was raised to tarnish the image of Gajendra Singh Shekhawat.