भाजपा के दिग्गज नेता का निधन, सात महीने से कैंसर से जूझ रहे थे

भाजपा के दिग्गज नेता का निधन, सात महीने से कैंसर से जूझ रहे थे

भाजपा के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी का निधन, सात महीने से कैंसर से जूझ रहे थे

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का निधन हो गया। वे कैंसर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। उन्होंने 72 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक, सुशील मोदी का पार्थिव शरीर कल पटना लाया जाएगा। इससे पहले बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पिछले महीने ही राजनीति से संन्यास लिया था। लोकसभा चुनाव के बीच उन्होंने यह एलान किया था। सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा था कि पिछले छह माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। प्रधानमंत्री को सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित।


1990 में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने
सुशील मोदी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद जेपी आंदोलन के बाद उभरे। यह तीनों नेता जेपी आंदोलन की उपज माने जाते हैं। सुशील मोदी शुरुआत से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे। 1971 में सुशील मोदी ने छात्र राजनीति की शुरुआत की। इसके बाद युवा नेता के रूप में पहचान बनाई। साल 1990 में सुशील ने विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने। इसके बाद बिहार की राजनीति में उनका कद बढता ही चला गया। 


2004 में भागलपुर से जीतकर लोकसभा गए थे
2004 के लोकसभा चुनाव में सुशील मोदी भाजपा के टिकट पर भागलपुर से सांसद बने। 2005 में उन्होंने संसद सदस्यता से इस्तीफा दिया और विधान परिषद के लिए निर्वाचित होकर बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री बने। सुशील मोदी 2005 से 2013 और 2017 से 2020 तक बिहार के वित्त मंत्री रह चुके हैं। 2020 में जब फिर से एनडीए की सरकार बनी तो सीएम नीतीश कुमार चाहते थे कि सुशील मोदी ही डिप्टी सीएम बनें। लेकिन, शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। कहा यह भी जा रहा है कि इस बार जो नीतीश कुमार एनडीए में फिर से शामिल हुए, उसके पीछे सुशील मोदी की अहम भूमिका थी।

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Veteran BJP leader Sushil Kumar Modi passes away, was battling cancer for seven months

Senior Bharatiya Janata Party leader and former Deputy Chief Minister of Bihar Sushil Modi passed away. He was suffering from serious cancer. He breathed his last at AIIMS, Delhi at the age of 72. According to the information, the mortal remains of Sushil Modi will be brought to Patna tomorrow. Earlier, former Deputy Chief Minister of Bihar Sushil Modi had retired from politics only last month. He had announced this during the Lok Sabha elections. He had written on social media that I have been struggling with cancer for the last six months. Now I felt the time had come to tell people. I will not be able to do anything in the Lok Sabha elections. Everything has been told to the Prime Minister. Always grateful and always dedicated to the country, Bihar and the party.


Became MLA by winning assembly elections in 1990
Sushil Modi, Nitish Kumar and Lalu Prasad emerged after the JP movement. These three leaders are considered to be the product of JP movement. Sushil Modi was associated with Rashtriya Swayamsevak Sangh since the beginning. Sushil Modi started student politics in 1971. After this he gained recognition as a youth leader. In the year 1990, Sushil contested the assembly elections and won and became an MLA. After this, his stature kept increasing in the politics of Bihar.


Went to Lok Sabha after winning from Bhagalpur in 2004
In the 2004 Lok Sabha elections, Sushil Modi became MP from Bhagalpur on BJP ticket. In 2005, he resigned from Parliament membership and was elected to the Legislative Council and became Deputy Chief Minister in the Government of Bihar. Sushil Modi has been the Finance Minister of Bihar from 2005 to 2013 and from 2017 to 2020. When NDA government was formed again in 2020, CM Nitish Kumar wanted Sushil Modi to become the Deputy CM. But, the top leadership sent him to Rajya Sabha. It is also being said that Sushil Modi played an important role in Nitish Kumar rejoining NDA this time.