क्या सच में CM भजनलाल की कुर्सी को है खतरा? 4 जून को तस्वीर होगी साफ
क्या सच में CM भजनलाल की कुर्सी को है खतरा? 4 जून को तस्वीर होगी साफ
राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों को लेकर गहमागहमी जारी है. हाल ही में आए गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद सियासी चर्चाएं और तेज हो गई हैं. दरअसल, अमित शाह ने कहा है कि इस बार राजस्थान में बीजेपी की सीटें कम रहेंगी. सभी सीटों पर बीजेपी जीत नहीं दर्ज करेगी.
गृहमंत्री के इस बयान के बाद परिणाम आने से पहले ही इंटरनल विरोधी धड़ा एक्टिव हो गया है. ऐसे में सवाल यह भी उठ रहे हैं कि लोकसभा चुनावों का परिणाम आने के बाद सीएम की कुर्सी रहेगी या चली जाएगी? लोकसभा चुनावों में भजनलाल शर्मा ने बाकी नेताओं की तुलना में अधिक ताकत झोंकी है.
इसके अलावा वह मरुधरा के बाहर भी चुनाव प्रचार में लगे हैं. इसमें कोई दोराय नहीं है कि पीएम मोदी पहले ही भजनलाल शर्मा के कामों की तारीफों के पुल बांध चुके हैं. वहीं, दूसरी तरफ दौसा लोकसभा सीट हारने पर किरोड़ी लाल मीणा ने कैबिनेंट मंत्री पद से त्यागपत्र देने का ऐलान करके सीएम भजनलाल शर्मा की मुश्किलें बढ़ चुके हैं. इसके अलावा किरोड़ी लाल मीणा के समर्थक और दौसा से बीजेपी कैंडिडेट कन्हैया लाल मीणा ने भी कहा है कि सीएम किरोड़ी लाल को बनना चाहिए. ऐसे में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं और अलग-अलग मायने भी निकाले जा रहे हैं.
हालांकि इन सबकी सच्चाई क्या है, यह 4 जून के बाद ही पता चलेगी. राजनीतिकारों की मानें तो अगर कांग्रेस के खाते में 7-8 सीटें भी चली जाती हैं तो सीएम शर्मा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. आधा दर्जन से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत नजर आ रही है. इसके चलते कहा जा रहा है कि सीएम का विरोधी धड़ा एक्टिव हो सकता है और राजे समर्थक नेता नेतृत्व में बदलाव की डिमांड कर सकते हैं.
सियासी गलियारों में ऐसी खबरें चल रही हैं कि राजस्थान में कैबिनेट के गठन के समय भजनलाल शर्मा ने कई बार दिल्ली दौरा किया था. उस दौरान कैबिनेट और राज्यमंत्रियों से कहा गया था कि पार्टी के लोकसभा कैंडिडेट की जीत बड़े पैमाने पर होनी चाहिए. बीजेपी की अगली रणनीति बहुत गोपनीय होती है. जो कि प्रदेश में सीएम के नाम के ऐलान के समय भी दिखी थी. ऐसे में अगर बीजेपी इस बार 25 की 25 सीटें नहीं जीतती है तो क्या भजनलाल के लिए चिंता का विषय होगा.... यह वक्त ही बताएगा.
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Is CM Bhajan Lal's chair really in danger? The picture will be clear on June 4
The commotion continues in Rajasthan regarding the results of Lok Sabha elections 2024. After the recent statement of Home Minister Amit Shah, political discussions have become more intense. Actually, Amit Shah has said that this time BJP's seats will be less in Rajasthan. BJP will not win all the seats.
After this statement of the Home Minister, the internal opposition faction has become active even before the results are declared. In such a situation, questions are being raised whether the CM's chair will remain or will go away after the results of Lok Sabha elections are declared? In the Lok Sabha elections, Bhajanlal Sharma has exerted more energy than other leaders.
Apart from this, he is also engaged in election campaign outside Marudhara. There is no doubt that PM Modi has already praised the work of Bhajanlal Sharma. On the other hand, the problems of CM Bhajanlal Sharma have increased by Kirori Lal Meena announcing his resignation from the post of cabinet minister after losing the Dausa Lok Sabha seat. Apart from this, Kirori Lal Meena's supporter and BJP candidate from Dausa, Kanhaiya Lal Meena, has also said that Kirori Lal should become the CM. In such a situation, political movements have intensified and different meanings are also being made.
However, what is the truth of all this, it will be known only after June 4. If politicians are to be believed, even if Congress gets 7-8 seats, then CM Sharma's problems may increase. Congress's position seems strong on more than half a dozen seats. Due to this, it is being said that the faction opposing the CM may become active and the pro-Raje leaders may demand a change in the leadership.
There are reports circulating in the political circles that during the formation of the cabinet in Rajasthan, Bhajanlal Sharma had visited Delhi several times. During that time, the Cabinet and Ministers of State were told that the victory of the party's Lok Sabha candidate should be on a large scale. BJP's next strategy is very confidential. Which was also seen at the time of announcement of the name of CM in the state. In such a situation, if BJP does not win 25 seats out of 25 this time, will it be a matter of concern for Bhajan Lal... only time will tell.