शॉकिंग स्टोरी: जो हजारों की जान बचाने वाला था, वो मोहम्मद खुद कफन में लिपट गया
शॉकिंग स्टोरी: जो हजारों की जान बचाने वाला था, वो मोहम्मद खुद कफन में लिपट गया
शिक्षानगरी कोटा में सुसाइड के केस कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं । पुलिस तुरंत एक्शन ले रही है , कोचिंग संचालक पुलिस की मदद कर रहे हैं। हॉस्टल में रहने वाले बच्चों के लिए हॉस्टल संचालक एंटी सुसाइड डिवाइस लग रहे हैं , लेकिन उसके बावजूद भी सुसाइड बढ़ रहे हैं । अब एक और सुसाइड हुआ है कोटा में , छात्र का नाम मोहम्मद उरूस है और वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला था । वह कन्नौज जिले से नीट की कोचिंग करने के लिए कोटा आया था । माता-पिता चाहते थे बेटा डॉक्टर बने और लोगों की जान बचाए , लेकिन अब खुद की जान गवा बैठा।
दोस्त आवाज देते रहे और उसने लगा ली फांसी...
कोटा जिले की विज्ञान नगर थाना पुलिस ने बताया मोहम्मद अरूस कन्नौज जिले के समधन गांव का रहने वाला था । वह इंडस्ट्रियल एरिया में रोड नंबर एक पर स्थित एक बिल्डिंग में रेंट पर रह रहा था । कोटा में ही वह कोचिंग कर रहा था। आज सवेरे वह अपने कमरे में बंद था, उसके दोस्त कोचिंग जाने के लिए उसे बार-बार आवाज दे रहे थे।
पुलिस जब पहुंची तो मोहम्मद की हो चुकी थी मौत
जब मोहम्मद ने दरवाजा नहीं खोला तो इसकी सूचना कोचिंग संचालक को दी गई । कोचिंग संचालक में तुरंत पुलिस को बताया और विज्ञान नगर पुलिस बिना समय गवाई मौके पर आ पहुंची। दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो पता चला मोहम्मद संदिग्ध हालत में कमरे में मृत मिला । पुलिस का मानना है कि उसने जहर खाकर जान दी है। शव को एमबीएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है । पोस्टमार्टम किया गया है, जिसके रिपोर्ट शाम तक आएगी। इस बीच मोहम्मद के पिता साबिर को सूचना दे दी गई है ,वह उत्तर प्रदेश से रवाना हो गए हैं।
कोचिंग के बाद अक्सर अपने कमरे में बंद रहता था
कोचिंग संचालक का कहना था कि मोहम्मद पिछले कई दिनों से कोचिंग नहीं आ रहा था। वह अधिकतर समय अपने रूम में ही रहता था। आसपास रहने वाले छात्रों ने पुलिस को बताया कि वह अक्सर अपने कमरे में बंद रहता था, कभी कभार ही बाहर निकलता था।
Shocking Story: Mohammed, who was supposed to save thousands of lives, got himself wrapped in a shroud.
There is no sign of suicide cases decreasing in Shikshanagari Kota. Police is taking immediate action, coaching operators are helping the police. Hostel operators are installing anti-suicide devices for the children living in hostels, but despite this, suicides are increasing. Now another suicide has taken place in Kota, the name of the student is Mohammad Urus and he was a resident of Uttar Pradesh. He came to Kota from Kannauj district to do NEET coaching. Parents wanted their son to become a doctor and save people's lives, but now he lost his life.
Friends kept calling and he hanged himself.
Vigyan Nagar police station of Kota district said that Mohammad Arus was a resident of Samdhan village of Kannauj district. He was living on rent in a building located on road number one in the industrial area. He was doing coaching in Kota itself. Today morning he was locked in his room, his friends were repeatedly calling him to go for coaching.
When the police arrived, Mohammed was already dead.
When Mohammed did not open the door, this information was given to the coaching operator. The coaching operator immediately informed the police and Vigyan Nagar police reached the spot without wasting any time. After breaking the door and looking inside, it was found that Mohammed was found dead in the room in a suspicious condition. Police believe that he committed suicide by consuming poison. The body has been kept in the mortuary of MBS Hospital. Post mortem has been done, the report of which will come by evening. Meanwhile, Mohammad's father Sabir has been informed and he has left for Uttar Pradesh.
He often remained locked in his room after coaching.
The coaching director said that Mohammad was not coming to coaching for the last several days. He used to stay in his room most of the time. Students living nearby told the police that he often remained locked in his room, sometimes only Used to come out.