बीकानेर के रघुराज ने ताइक्वांडो में भारत को 10 साल बाद पदक दिलाया, चोट के बावजूद किया कांस्य पदक जीत
बीकानेर के रघुराज ने फ़ुजैरा में विश्व ताइक्वांडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया। उनके साहस और मेहनत ने ताइक्वांडो में भारत के पदक के अकाल को खत्म किया।

बीकानेर के रघुराज ने फ़ुजैरा में ताइक्वांडो में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया
बीकानेर, राजस्थान: राजस्थान के बीकानेर जिले के रघुराज ने हाल ही में यूएई के फ़ुजैरा में आयोजित विश्व-स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। 45 किलोग्राम भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए रघुराज ने क्वार्टर फ़ाइनल में चोट के बावजूद भी अपने विरोधी फ्रांस के खिलाड़ी को हराया और यह साबित किया कि भारतीय खिलाड़ी भी किसी से कम नहीं हैं।
रघुराज की कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास ने उन्हें इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में तीसरा स्थान दिलाया। उनका प्रदर्शन यह संदेश देता है कि आत्मविश्वास और कठिन मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है, भले ही रास्ते में कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों।
रघुराज ने इस कांस्य पदक से ताइक्वांडो के क्षेत्र में भारत के 10 साल के पदक के अकाल को खत्म किया। उन्होंने कैडेट विश्व ताइक्वांडो प्रतियोगिता में दूसरा और राजस्थान के लिए पहला पदक जीता, जिससे उनके परिवार और राज्य को गर्व महसूस हुआ।
उनकी इस सफलता का श्रेय उनके दादा मालाराम बिश्नोई, पिता राजकुमार बिश्नोई, माता और कोच वीरेंद्र योगी और हेमलता योगी को जाता है, जिन्होंने हर कदम पर उनका समर्थन किया और उन्हें इस उपलब्धि तक पहुँचने में मदद की।
रघुराज की यह सफलता न केवल ताइक्वांडो के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भी साबित करती है कि कठिन मेहनत और सही मार्गदर्शन से कोई भी खिलाड़ी बड़ी ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है।