5वीं से 11वीं तक सभी परीक्षाएं मार्च में, 31 मार्च तक परिणाम,नए सत्र में छात्रों को मिलेंगे 45 दिन अध्ययन के लिए
राजस्थान बोर्ड की परीक्षाएं 12 फरवरी से 12 मार्च 2025 तक होंगी। इस बार परीक्षा 29 दिन चलेगी। सभी कक्षाओं के परिणाम 31 मार्च तक जारी कर नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू किया जाएगा।
5वीं से 11वीं तक सभी परीक्षाएं मार्च में, 31 मार्च तक परिणाम, नए सत्र में छात्रों को मिलेंगे 45 दिन अध्ययन के लिए
राजस्थान में आने वाले शैक्षणिक वर्ष के लिए बड़ा बदलाव तय हो गया है। राजस्थान बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (RBSE) ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं की तिथियां जारी कर दी हैं। इस बार परीक्षाएं 12 फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च तक चलेंगी। कुल 29 दिनों तक चलने वाली इन परीक्षाओं में लाखों छात्र शामिल होंगे। साथ ही शिक्षा सत्र को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है, जिसके बाद 10 वर्ष बाद एक बार फिर नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू किया जाएगा।
राजस्थान बोर्ड के अनुसार, इस बार 5वीं से 9वीं और 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं भी मार्च में संपन्न होंगी और 31 मार्च तक सभी परिणाम जारी कर दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य यह है कि 1 अप्रैल से नए सत्र की पढ़ाई बिना देरी के शुरू की जा सके। नए सत्र में छात्रों को पढ़ाई के लिए 45 दिन अतिरिक्त मिलेंगे, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता बेहतर होने की उम्मीद है।
छात्रों की सुविधा के लिए बोर्ड ने इस वर्ष मॉडल प्रश्नपत्रों में कई बदलाव किए हैं। पहली बार मॉडल पेपर में रंगीन चित्रों का प्रयोग किया गया है, ताकि छात्र प्रश्नों को आसानी से समझ सकें। RBSE ने 11 लाख से अधिक विद्यार्थियों के लिए सभी विषयों के मॉडल पेपर एक साथ जारी किए हैं, जिससे उन्हें परीक्षा की तैयारी में सीधे मदद मिलेगी।
NEP 2020 के अनुरूप इस बार प्रश्नपत्रों का ढांचा भी बदला गया है। प्रश्नपत्रों को 5 भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें वस्तुनिष्ठ से लेकर वर्णनात्मक तक सभी प्रकार के प्रश्न शामिल हैं। यह पैटर्न छात्रों की अवधारणा आधारित शिक्षा को मजबूत करेगा और परीक्षा का स्वरूप अधिक व्यावहारिक बनेगा।
शिक्षा विभाग का कहना है कि अगले वर्ष से शिक्षा सत्र को फिर से 1 अप्रैल से प्रारंभ करने का निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि गर्मी की छुट्टियों और वार्षिक परीक्षाओं का चक्र सही ढंग से संचालित हो सके। पिछले कुछ वर्षों में सत्र जुलाई से शुरू होने के कारण पढ़ाई और परीक्षाओं का समय असंतुलित हो गया था, जिसे अब सही किया जा रहा है।
स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे मार्च तक वार्षिक परीक्षाएं पूर्ण कर लें और अप्रैल से नई कक्षाएं नियमित रूप से शुरू करें। इससे बोर्ड परीक्षाओं के अलावा जूनियर कक्षाओं की टाइमलाइन भी सुचारू रूप से चल सकेगी।
राजस्थान के शिक्षाविदों ने इन बदलावों का स्वागत किया है। उनका मानना है कि परीक्षा तिथियों के स्पष्ट ऐलान से छात्रों को तैयारी का पर्याप्त समय मिलेगा। वहीं, 1 अप्रैल से सत्र शुरू होने से पढ़ाई का पूर्ण चक्र वापस सामान्य होगा।
कुल मिलाकर, राजस्थान में 2025 का शैक्षणिक कैलेंडर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक व्यवस्थित और आसान बदलाव लेकर आ रहा है। परीक्षा का समय तय, मॉडल पेपर उपलब्ध और नया सत्र समय पर—यह सब मिलकर शिक्षण प्रक्रिया को सशक्त बनाने में मदद करेंगे।


