लक्ष्मीनाथ नवयुवक मंडल ने 37वें वर्ष में भी जारी रखी सेवा परंपरा

 लक्ष्मीनाथ नवयुवक मंडल ने 37वें वर्ष में भी जारी रखी सेवा परंपरा

 लक्ष्मीनाथ नवयुवक मंडल ने 37वें वर्ष में भी जारी रखी सेवा परंपरा

बीकानेर,  – श्री लक्ष्मीनाथ नवयुवक मंडल ने अपनी 37 वर्षीय सेवा परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष भी लक्ष्मीनाथ मंदिर प्रांगण के मुख्य द्वार पर हरि भक्तों के लिए शीतल जल, मिल्क रोज शरबत, ऑरेंज शरबत और गुलाब का शरबत वितरित किया। इस अवसर पर गर्मी से बचाव हेतु टेंट और कुलर भी लगाए गए। 

मंडल के अध्यक्ष राजेश छंगाणी ने बताया कि इस सेवा कार्य में संस्था के सभी भामाशाहों और कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने संस्था से जुड़े सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके कठिन परिश्रम और समर्पण से 37वें वर्ष में भी यह सेवा सफलतापूर्वक आयोजित हो सकी है।

कार्यक्रम में पंडित राजेंद्र जी किराडू, राजेश चुरा, भाजपा नेता जेपी व्यास, दुर्गा शंकर जी व्यास, सुनील जी पुरोहित, महावीर रांका, मोहन सुराणा, मनीष सोनी, राजकुमार किराडू सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और सहयोग किया। 

मंडल के कार्यकर्ताओं में प्रमुख रूप से शामिल रहे:  

- मनीष छंगाणी, अध्यक्ष युवा टीम
- नारायण दास छंगाणी
- यश छंगाणी
- भेरूरत्न (लालूड़ी छंगाणी)

संस्था के पूर्व अध्यक्षों और अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया, जिनमें शामिल थे:  

- मन्नू अग्रवाल
- शंकर भोजक
- लखपत जी
- बाबूलाल जी
- प्रमोद कुमार
- किरण बणिया
- किशन सेन
- अशोक गौड़
- जितेंद्र गॉड
- भेरू रतन ओझा
- गिरिराज भादाणी
- जग्गू सेवग
- मनीष (जीतू छंगाणी)
- हनुमान तंवर  

इस बार विशेष रूप से मंडल ने नवाचार करते हुए महिला टीम का गठन किया, जिसमें शांति देवी छंगाणी को अध्यक्ष बनाया गया। महिला टीम ने एक घंटे से अधिक समय तक लोगों को शरबत और पानी पिलाकर सेवा की। इस नई पहल की सराहना करते हुए, संस्था ने महिला टीम के योगदान को भी सम्मानित किया।

इस अवसर पर मंडल द्वारा कार्यकर्ताओं और भामाशाहों का सम्मान भी किया गया। साथ ही, मेले में लाइट, पानी, और पुलिस प्रशासन के सहयोग की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई।

श्री लक्ष्मीनाथ नवयुवक मंडल का यह सेवा कार्य समाज में सेवा भावना और परोपकार की प्रेरणा को सुदृढ़ करता है और इस परंपरा को आगे बढ़ाने में सभी सदस्यों का योगदान सराहनीय है।

Laxminath Nav Yuvak Mandal continued the service tradition in the 37th year

    

Bikaner, June 18, 2024   – Shri Laxminath Nav Yuvak Mandal, continuing its 37-year-old service tradition, distributed cold water, milk rose sherbet, orange sherbet and rose sherbet to the Hari devotees at the main gate of the Laxminath temple premises this year as well. Tents and coolers were also installed on this occasion to protect from the heat.

Mandal President Rajesh Changani said that all the philanthropists and workers of the organization have contributed significantly in this service work. Expressing gratitude to all the members associated with the organization, he said that due to their hard work and dedication, this service could be organized successfully even in the 37th year.

Many dignitaries including Pandit Rajendra Ji Kiradu, Rajesh Chura, BJP leader JP Vyas, Durga Shankar Ji Vyas, Sunil Ji Purohit, Mahavir Ranka, Mohan Surana, Manish Soni, Rajkumar Kiradu participated and cooperated in the program.

Prominent among the workers of the Mandal were:  

- Manish Changani, President Youth Team

- Narayan Das Changani

- Yash Changani

- Bheruratna (Laludi Changani)

Former presidents and other senior workers of the organization also made notable contributions, which included:  

- Mannu Agarwal

- Shankar Bhojak

- Lakhpat ji

- Babulal ji

- Pramod Kumar

- Kiran Bania

- Kishan Sen

- Ashok Gaur

- Jitendra God

- Bheru Ratan Ojha

- Giriraj Bhadani

- Jaggu Sewag

- Manish (Jitu Changani)

- Hanuman Tanwar

This time especially the Mandal innovated and formed a women's team, in which Shanti Devi Changani was made the president. The women's team served people by giving them sherbet and water for more than an hour. Appreciating this new initiative, the organization also honored the contribution of the women's team.

On this occasion, the workers and philanthropists were also honored by the Mandal. Also, the cooperation of the police administration in providing light, water and in the fair was highly appreciated.

This service work of Shri Laxminath Nav Yuvak Mandal strengthens the spirit of service and philanthropy in the society and the contribution of all the members in taking this tradition forward is commendable.