श्री करणी गो सेवा समिति, कोटासर ने निर्जला एकादशी पर किया तरबूज भंडारे का आयोजन
श्री करणी गो सेवा समिति, कोटासर ने निर्जला एकादशी पर किया तरबूज भंडारे का आयोजन
श्री करणी गो सेवा समिति, कोटासर ने निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर 20 मण शीतल मीठे शरबती तरबूज का भंडारा आयोजित किया। यह आयोजन गौशाला के आधार स्तंभ स्वर्गीय श्री भंवर लाल जी जोशी की धर्म पत्नी परम पूज्या श्रीमती मीना देवी जी जोशी, उनके सुपुत्र श्री ओम प्रकाश जी जोशी, कुल वधू श्रीमती सीमा देवी जी जोशी (GST ग्रुप), श्री रमेश कुमार जी बोहरा, श्री पंकज कुमार जी पुरोहित, श्री दीपांशु जी पुरोहित सहित अन्य गौ भक्तों के समर्पण और योगदान से संभव हुआ।
इस अवसर पर गौशाला में विशेष पूजा अर्चना और आरती का आयोजन किया गया। गौ भक्तों ने सामूहिक रूप से तरबूज का भोग गौ माताओं को अर्पित किया, जिसे गौ माताओं ने बड़ी श्रद्धा के साथ स्वीकार किया। श्री करणी गो सेवा समिति के प्रधान सेवक अग्रशिंह जी ने बताया कि इस गौशाला में प्रारंभ से ही अनवरत गौ सेवा की जाती रही है। उन्होंने कहा, "गौ शाला के विकास में गांव एवं बाहर प्रदेश में बसे सभी भामाशाहों का महत्वपूर्ण योगदान है। सनातन धर्म के प्रत्येक पर्व पर हमारे गौ भक्तगण गौ सेवा में अग्रसर रहते हैं।"
गौ सेवा में योगदान देने वाले भामाशाह स्वर्गीय श्री भंवर लाल जी जोशी के परिवार को विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम के अंत में बीकानेर से आए सभी गौ सेवकों को दुपट्टा एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जोशी परिवार ने गौ सेवा देखकर समिति का दिल से आभार प्रकट किया।
गौशाला में लगातार आयोजित हो रहे ऐसे भंडारों से न केवल गौ माताओं की सेवा होती है, बल्कि समाज में सेवा भावना और धर्म के प्रति समर्पण का संदेश भी फैलता है। श्री करणी गो सेवा समिति का यह सेवा कार्य भविष्य में भी इसी प्रकार जारी रहेगा, जिससे सनातनी परंपराओं को जीवंत बनाए रखा जा सके।
Shri Karni Go Seva Samiti, Kotasar organized a watermelon feast on Nirjala Ekadashi
Shri Karni Go Seva Samiti, Kotasar organized a feast of 20 maunds of cool sweet watermelon on the auspicious occasion of Nirjala Ekadashi. This event was made possible by the dedication and contribution of the wife of the late Shri Bhanwar Lal Joshi, the pillar of the cowshed, Param Pujya Smt. Meena Devi Joshi, his son Shri Om Prakash Joshi, Kul Vadhu Smt. Seema Devi Joshi (GST Group), Shri Ramesh Kumar Bohra, Shri Pankaj Kumar Purohit, Shri Deepanshu Purohit and other cow devotees.
On this occasion, special worship and aarti was organized in the cowshed. Cow devotees collectively offered watermelon to the cow mothers, which the cow mothers accepted with great reverence. Shri Karni Go Seva Samiti's head servant Agrasingh ji told that cow service has been done continuously in this cowshed since the beginning. He said, "All the Bhamashahs residing in the village and outside the state have an important contribution in the development of Gaushala. On every festival of Sanatan Dharma, our Gau Bhakts remain at the forefront in Gau Seva."
Special thanks were expressed to the family of Bhamashah late Shri Bhanwar Lal ji Joshi who contributed to Gau Seva. At the end of the program, all the Gau Sevaks who came from Bikaner were honored with a scarf and a symbol. The Joshi family expressed their heartfelt gratitude to the committee after seeing the Gau Seva.
Such Bhandars organized continuously in the Gaushala not only serve the Gau Mothers, but also spread the message of service spirit and dedication towards religion in the society. This service work of Shri Karni Gau Seva Samiti will continue in the same way in the future as well, so that Sanatani traditions can be kept alive.