राजस्थान में लू का कहर जारी…8 मौतें, आगे भयावह हो सकते हैं हालात

राजस्थान में लू का कहर जारी…8 मौतें, आगे भयावह हो सकते हैं हालात

राजस्थान में लू का कहर जारी…8 मौतें, आगे भयावह हो सकते हैं हालात

जयपुर समेत पूरे राजस्थान में लगातार पड़ रही गर्मी और भी भीषण होती जा रही है। गर्मी का सितम बुधवार को अपने चरम पर रहा। इस बार सारे रिकॉर्ड टूटे वहीं राजस्थान का सर्वाधिक तापमान 50 डिग्री के पार चला गया। राजस्थान के दो जिलों चूरू और फलौदी का तापमान 50 डिग्री के पार रहा। वहीं देशभर में राजधानी दिल्ली सबसे गर्म 52.9 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

राजस्थान में 8 मौतें
प्रदेश में बुधवार को भी हीटवेव से मौतें हुई। नागौर के बासनी में लू लगने से जिला परिषद सदस्य नूरजहां बानों की मौत हो गई। झालावाड़ के मनोहरथाना में डेढ़ वर्षीय बालिका की मौत हो गई। अलवर, बूंदी में एक-एक, सीकर में दो लोगों ने दम तोड़ दिया। टॉक के मोर गांव में खेत पर बकरियां चराने गई सोहनी देवी की मौत हो गई। देवली में 40 वर्षीय युवक ठेले पर अचेत मिला। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया। उधर चिकित्सा विभाग के अनुसार प्रदेश में बुधवार तक हीट स्ट्रोक से 4 ही मौतें हुई हैं। 24 घंटे में हीट स्ट्रोक के 451 नए मरीज आए।

आगे भयावह हो सकते हैं हालात
भीषण गर्मी का दौर राज्य में आने वाले समय में और भयावह हो सकता है। दिल्ली में 52 डिग्री से अधिक और इससे पहले चूरू में पारा 50 डिग्री पार जाने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। बड़े शहरों में सीमेंट-कंक्रीट का जाल बिछने के साथ ही विशाल इमारतें हर जगह बन गई है। तेजी से बढ़ते कल-कारखानों के साथ ही वाहनों की संख्या बढ़ने से प्रदूषण बढ़ रहा है। 

विकास के नाम पर हरियाली तेजी से कम हो रही है। हरी घास घर में लगाई जाए तो इससे धूप की रोशनी भी ठंडक में बदल जाती है। इसकी तासीर बहुत ठंडी होती है। इससे बाहर से आने वाली आवाज भी 10 डेसीबल तक रुक जाती है। इससे हम पर्यावरण को आसानी से बचा सकते हैं। घास यानी दुर्वा के कई औषधीय और धार्मिक फायदे भी हैं। कोई भी व्यक्ति अपने घर के आस-पास कम से कम 80 वर्ग फीट पर घास लगाए या पौधे रखे तो एसी की जरूरत नहीं पड़ेगी और ध्वनि प्रदूषण को भी आसानी से रोक पाएंगे। 

Heat wave continues in Rajasthan…8 deaths, conditions may get worse in future

The continuous heat in entire Rajasthan including Jaipur is getting more severe. The heat wave was at its peak on Wednesday. This time all the records were broken and the maximum temperature of Rajasthan crossed 50 degrees. The temperature of two districts of Rajasthan, Churu and Phalodi, crossed 50 degrees. On the other hand, the capital Delhi recorded the hottest temperature of 52.9 degrees in the country.

8 deaths in Rajasthan
Deaths occurred due to heat wave in the state on Wednesday as well. District council member Noor Jahan Bano died due to heat stroke in Basni of Nagaur. A one and half year old girl died in Manoharthana of Jhalawar. One person each died in Alwar, Bundi and two in Sikar. Sohni Devi, who had gone to graze goats in the field in Mor village of Talk, died. A 40 year old youth was found unconscious on a cart in Deoli. He was declared dead in the hospital. On the other hand, according to the medical department, only 4 deaths have occurred in the state due to heat stroke till Wednesday. 451 new cases of heat stroke were reported in 24 hours.

The situation may become more frightening in the future
The period of intense heat may become more frightening in the state in the coming times. Life is badly affected due to the temperature crossing 52 degrees in Delhi and before that 50 degrees in Churu. With the laying of cement-concrete network in big cities, huge buildings have come up everywhere. With the rapidly increasing factories and the number of vehicles, pollution is increasing.

In the name of development, greenery is decreasing rapidly. If green grass is planted in the house, then the sunlight also turns into coolness. Its effect is very cold. It also stops the sound coming from outside up to 10 decibels. With this, we can easily save the environment. Grass i.e. Durva has many medicinal and religious benefits. If any person plants grass or plants plants on at least 80 square feet around his house, then there will be no need for AC and noise pollution will also be easily stopped.