भारत-पाक तनाव के बीच वित्त मंत्री का बड़ा फैसला: बैंकों को सेवाएं सुचारु रखने और साइबर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश

भारत-पाक तनाव के बीच वित्त मंत्री का बड़ा फैसला: बैंकों को सेवाएं सुचारु रखने और साइबर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश
नई दिल्ली, 9 मई 2025। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी बैंकों को सतर्क रहने और डिजिटल व भौतिक बैंकिंग सेवाओं को बिना किसी रुकावट जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में वित्त मंत्री ने बैंकों और बीमा कंपनियों के सीईओ, आरबीआई, एनपीसीआई और CERT-In के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि:
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सभी बैंकिंग सेवाएं – ATM, UPI, इंटरनेट बैंकिंग – पूरी तरह सुचारु रूप से चलती रहनी चाहिए।
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सीमावर्ती क्षेत्रों में कार्यरत बैंक कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
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साइबर सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और फायरवॉल, SOC, NOC और मॉक ड्रिल को अपडेट रखा जाए।
साइबर हमलों से सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश
बैंकों को साइबर हमलों से बचाव के लिए Anti-DDoS सिस्टम लगाने, फिशिंग मॉनिटरिंग, तथा साइबर सुरक्षा ऑडिट नियमित रूप से करने के लिए कहा गया है। बैंक अपने SOC (Security Operations Center) और NOC (Network Operations Center) के माध्यम से CERT-In और NCIPC के साथ रियल टाइम डेटा साझा कर रहे हैं।
दो वरिष्ठ अधिकारी होंगे नियुक्त
वित्त मंत्री ने बैंकों से कहा कि वे मुख्यालय में दो समर्पित वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति करें:
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एक साइबर सुरक्षा रिपोर्टिंग के लिए
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दूसरा ATM नकदी और शाखा सेवाओं की देखरेख के लिए
ये अधिकारी किसी भी घटना की जानकारी तुरंत CERT-In और DFS को देंगे।
बीमा कंपनियों को भी निर्देश
सीतारमण ने बीमा कंपनियों से दावा निपटान में तेजी लाने और ग्राहकों को बिना किसी बाधा सेवा देने को कहा। साथ ही उन्होंने RRB बैंकों को समर्थन देने की बात भी दोहराई।
निष्कर्ष
भारत-पाक तनाव के इस दौर में सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। बैंकिंग सिस्टम को मजबूती देने के लिए ये कदम उठाए जा रहे हैं ताकि जनता को सेवाओं में किसी तरह की परेशानी ना हो।