फिजियोथेरेपिस्ट को मिला 'डॉ. पीटी' का अधिकार: ऐतिहासिक निर्णय
अब फिजियोथेरेपिस्ट 'डॉ.' और 'PT' उपसर्ग के साथ पहचान बना सकेंगे; सरकार ने दी आधिकारिक मान्यता।

अब फिजियोथेरेपिस्ट कहलाएंगे 'डॉ. पीटी' — सरकार ने दी ऐतिहासिक मान्यता
नई दिल्ली/बीकानेर | देशभर के फिजियोथेरेपिस्ट्स के लिए एक ऐतिहासिक और गर्व का दिन — अब वे अपने नाम के साथ 'डॉ.' (Doctor) का उपसर्ग और 'PT' (Physiotherapy) का प्रत्यय गर्व से जोड़ सकेंगे। यह निर्णय राष्ट्रीय संबद्ध स्वास्थ्य देखभाल आयोग (NCAHP) द्वारा हाल ही में जारी फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम पुस्तिका में दर्ज किया गया है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में इस पेशे की मान्यता और गरिमा को एक नई ऊंचाई देता है।
पुस्तिका के पृष्ठ 29 पर स्पष्ट उल्लेख है कि मान्यता प्राप्त संस्थानों से डिग्रीधारी फिजियोथेरेपिस्ट अब अपने पेशेवर पहचान के साथ 'Dr. [Name], PT' का प्रयोग कर सकते हैं।
यह केवल उपसर्ग नहीं, बल्कि मेहनत का सम्मान है
बीकानेर फिजियोथेरेपी समुदाय ने इस निर्णय का उत्साहपूर्वक स्वागत किया है।
वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट
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डॉ. लक्ष्मण राजपुरोहित
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डॉ. महेंद्र चौधरी
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डॉ. कपिल गोम्बर
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डॉ. मयंक खत्री
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डॉ. कनिका अग्रवाल
ने संयुक्त रूप से कहा कि यह निर्णय वर्षों के संघर्ष, सेवा और समर्पण का वास्तविक सम्मान है।
डॉ. भरत खत्री और डॉ. अमित पुरोहित ने इसे फिजियोथेरेपी के सामाजिक मूल्य को बढ़ाने वाला कदम बताया।
डॉ. अपूर्वा बिस्सा ने कहा कि अब फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका न केवल मरीजों के उपचार में बल्कि सामाजिक स्वास्थ्य नेतृत्व में भी अहम होगी।
सरकार और NCAHP को धन्यवाद
इस ऐतिहासिक निर्णय पर NCAHP अध्यक्ष डॉ. यज्ञ उन्मेष शुक्ला को पूरे फिजियो समुदाय ने धन्यवाद ज्ञापित किया है। यह कदम स्वास्थ्य पेशे के मानकों में एकरूपता, पेशेवर सम्मान, और सार्वजनिक पहचान को बढ़ावा देगा।