फ्री स्कीम बना राजस्थान के लिए सिर दर्द ,पिछले साल लिया इतना कर्ज कि कैलकुलेटर हो जाए फेल

फ्री स्कीम बना राजस्थान के लिए सिर दर्द ,पिछले साल लिया इतना कर्ज कि कैलकुलेटर हो जाए फेल

फ्री स्कीम बना राजस्थान के लिए सिर दर्द ,पिछले साल लिया इतना कर्ज कि कैलकुलेटर हो जाए फेल

कर्ज लो और घी पीयो , चुकाना कैसे हैं बाद में देखा जाएगा यही हाल फिलहाल देश के अधिकतर राज्यों का हो रहा है। इस मामले में राजस्थान (Rajasthan) देश के टॉप 3 सबसे ज्यादा कर्ज लेने वालों में शामिल है। आरबीआई (RBI) ने हाल ही एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में देश के तमाम कर्जदार राज्यों की लिस्ट जारी की गई है। पिछले साल कर्ज लेने के मामले में राजस्थान, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाद दूसरे नंबर पर रहा है। साल 2023-24 में राजस्थान ने 49718 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है ।

इससे पिछले साल इसकी संख्या 30110 करोड़ रुपए थी। मुफ्त योजनाओं के नाम पर राजस्थान में कर्ज बढ़ता जा रहा है और सरकार कोई बड़ा एक्शन नहीं ले रही है।राजस्थान , उत्तर प्रदेश के अलावा कुछ राज्य ऐसे भी हैं ‌ जिन्होंने कर्ज लेने की बजाय कर्ज चुकाया है।इनमें झारखंड ने पिछले साल ढाई हजार करोड़ रुपये कर्ज वापस लौट आया है ।


राजस्थान में सब्सिडी सबसे ज्यादा महंगी
राजस्थान में वर्तमान में बिजली के लिए दी जाने वाली सब्सिडी सरकार को सबसे ज्यादा महंगी पड़ रही है।  इसे बंद करने को लेकर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा पिछले साल अशोक गहलोत ने राजस्थान में 17 नए जिले बनाए थे,  उनके गठन को लेकर भी मोटा पैसा खर्च किया गया है। यही कारण है नए जिले का रिव्यू करने के लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है।

Free scheme became a headache for Rajasthan, last year took so much loan that the calculator fails

Take loan and drink ghee, how to repay it will be seen later, this is the condition of most of the states of the country at present. In this case, Rajasthan is among the top 3 highest loan takers in the country. RBI has recently released a report. In this report, a list of all the debtor states of the country has been released. Last year, Rajasthan was second after Uttar Pradesh in terms of taking loan. In the year 2023-24, Rajasthan has taken a loan of Rs 49718 crore.

Last year its number was Rs 30110 crore. In the name of free schemes, debt is increasing in Rajasthan and the government is not taking any major action. Apart from Rajasthan, Uttar Pradesh, there are some states which have repaid the loan instead of taking loan. Among these, Jharkhand has returned a loan of Rs 2.5 thousand crore last year.

Subsidy is most expensive in Rajasthan
The current subsidy given for electricity in Rajasthan is costing the government the most. There is a consideration about stopping it. Apart from this, last year Ashok Gehlot had created 17 new districts in Rajasthan, a lot of money has been spent on their formation. This is the reason why a committee has been formed to review the new districts.