बीकानेर: लावारिस लाशों का पूर्ण विधि विधान के अनुसार अन्तिम संस्कार, गरीबों लोगो साधु संतों को भोजन: टीम सावधान इण्डिया 077

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बीकानेर: लावारिस लाशों का पूर्ण विधि विधान के अनुसार अन्तिम संस्कार, गरीबों लोगो साधु संतों को भोजन: टीम सावधान इण्डिया 077
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बीकानेर: लावारिस लाशों का पूर्ण विधि विधान के अनुसार अन्तिम संस्कार, गरीबों लोगो साधु संतों को भोजन: टीम सावधान इण्डिया 077

बीकानेर/टीम सावधान इंडिया 077 और लावारिस लाशों के चितेरों की फोर्स इंडिया 077 ने एक अद्वितीय पहल आगे बढ़ाई है। उन्होंने अज्ञात लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के साथ-साथ उनकी पवित्र अस्थियों को गंगा में हरिद्वार विसर्जित करवाने के बाद उन सभी लावारिसों के वारिसों को एक अद्वितीय अवसर प्रदान किया है। इस पहल के माध्यम से, टीम सावधान इंडिया 077 ने 101 गरीबों, असहाय लोगों, और साधु-संतों को भोजन करवाने का अनूठा अभियान शुरू किया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है न केवल लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार में सहायता प्रदान करना, बल्कि समाज की सेवा में भी योगदान करना।

फोर्स के ठाकुर दिनेश सिंह भदोरिया ने इस अभियान को एक अद्वितीय पहल बताया है, और सम्पूर्ण भारत वर्ष में इसे शुरू करने की संभावना जताई है। सावधान इंडिया 077 के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष बजरंग सोनी और राष्ट्रीय सचिव जनाब सलीम भाटी के प्रेरणादायक नेतृत्व में, बीकानेर के विख्यात समाजसेवी ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया के साथ, 200 से अधिक युवा समाज सेवी ने सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया है। इस प्रयास में उनके सहयोगी अधिवक्ता श्री अरविंद सिंह सेंगर और एड्वोकेट गिरी राज सिंह भाटी भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। 

इस प्रयास के माध्यम से, हम समाज के साथ-साथ धर्मिक दृष्टिकोण से भी अपना योगदान देने का संकल्प लेते हैं। लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार के साथ-साथ हम सामाजिक सेवा में भी अपना योगदान देते हैं ताकि हर मृतक की आत्मा को शांति मिले। यह एक प्रेरणादायक कदम है जो हमें उदाहरण स्थापित करता है कि हम समाज के लिए कैसे योगदान कर सकते हैं।

जब किसी अज्ञात व्यक्ति की मौत होती है और उनका शव नगर की सड़कों, नालों के किनारे, गड्ढों, खाइयों, और अन्य स्थानों पर मिलता है, तो पुलिस की सहायता से सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जाती हैं। इसके बाद, उक्त लावारिस शव का पूरा विधि-विधान के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जाता है। संस्था के कैप्टन ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया द्वारा लावारिस लाशों की अंतिम संस्कार करने का कार्य सम्पन्न किया जाता है, जिसमें उन्हें शव का मुखाग्नि किया जाता है और उसकी कपाल क्रिया भी उन्हीं द्वारा की जाती है। 

इसके बाद, शव की अस्थियों को सुरक्षित रखने के लिए समय-समय पर उन्हें गंगा नदी में प्रवाहित किया जाता है। इस प्रकार, उस अज्ञात व्यक्ति की आत्मा को पूर्ण शांति प्राप्त कराने के लिए टीम सावधान इंडिया 077, तथा लावारिस लाशों के चितेरी संस्थान के सैकड़ों कार्यकर्ता अपना प्रयास कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि 101 साधु, संत, फकीर, गरीब और अन्य लोगों को इस मृतक की आत्मा को पूर्ण शान्ति प्राप्त हो।

इस पुनीत कार्य को सफलता प्राप्त करने के लिए कई योगदानकर्ताओं ने अपना योगदान दिया है

बजरंग सोनी, महावीर सहदेवड़ा,(पहलवान) सत्तू भा, संपत तंवर, सलीम भाटी, प्रेम प्रजापत, क्रान्ति सोनी , सूरज सिंह भदौरिया , प्रेम मामनानी , राजू ममनानी, डाक्टर रमेश ओझा, एड्वोकेट कमल सिंह गोहिल , जितेंद्र सिंह सेंगर, महिंद्र सिंह सेंगर , प्रेम सिंह राठौड़ (राज पुलिस सेवा निवृत, हवलदार )भंवर सिंह राठौड़, सतपाल अरोड़ा, गोपाल बागेरिया  गोपाल बणिया , क्रान्ति सोनी, हेमंत सोनी ऐडवोकेट अनिल बिश्नोई , संजय बिनावरा (लवली) सूरज सिंह भदौरिया, चंद्र सिंह भदौरिया, चंद्र सिंह चौहान, राजेंद्र सिंह राजपुरोहित, शिवम सिंह भदौरिया, आनन्द सिंह भदौरिया, विक्की चड्ढा, मांगी लाल सोनी , देवेंद्र सोनी, अनिल सोनी , अजय सोनी, धनेश सोनी, बाल मुकुंद सोनी  प्रेम प्रजापत  प्रेम मामनानी, भुपेश मारू, गोपाल, विजय पाल बिश्नोई, तने राव सिंह भाटी , आनन्द बारिया , अनीस बागवान,अख्तर चुड़ीगर, अनिल पाहुजा, सुनिल बांठिया, त्रिलोक सिंह चौहान, सुशील कुमार यादव, एन, डी कादरी, धारणिया जी , एन, डी, रंगा मांगी लाल भादू, श्याम मोदी , पूनम मोदी(फिल्मी लेखक), दिलीप सिंह,, माल चंद सोनी , ज़ाकिर हुसैन सेख उदय भान सिंह भदौरिया , राजेंद्र सिंह भदौरिया(रज्जन) महेंद्र सिंह सेंगर , नेत्र पाल सिंह भदौरिया, बिजेंद्र सिंह राजावत,एडवोकेट संभू सिंह सेंगर, सहीत टीम से जुड़े हजारों कार्यकर्ताओं के द्वारा हर अज्ञात लावारिस शव के अन्तिम संस्कार के बाद गरीबों को भोजन कराएं जानें का संकल्प लिया है ।

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