हल्दीराम की 1 लाख करोड़ की भुजिया! टेमासेक की डील के बाद कंपनी की वैल्यू आसमान पर, क्या अब IPO आएगा?

हल्दीराम की 1 लाख करोड़ की भुजिया! टेमासेक की डील के बाद कंपनी की वैल्यू आसमान पर, क्या अब IPO आएगा?

हल्दीराम की 1 लाख करोड़ की भुजिया! टेमासेक की डील के बाद कंपनी की वैल्यू आसमान पर, क्या अब IPO आएगा?

हल्दीराम – नाम ही काफी है! भारतीय स्नैक इंडस्ट्री का बादशाह अब एक नई ऊंचाई पर पहुंच चुका है। सिंगापुर की टेमासेक कंपनी ने हल्दीराम में 10% हिस्सेदारी खरीद ली है, जिससे इसकी वैल्यू सीधे 1 लाख करोड़ रुपये (10 अरब डॉलर) पर पहुंच गई।

हल्दीराम की डील कैसे हुई?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेमासेक ने हल्दीराम स्नैक्स फूड में 8500 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे पहले कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां हल्दीराम में हिस्सेदारी खरीदने की इच्छुक थीं, लेकिन टेमासेक ने यह डील फाइनल कर ली। यह सौदा भारत के स्नैक मार्केट की ताकत को दर्शाता है, जो आने वाले समय में और बड़ा होने वाला है।

"1 लाख करोड़ की भुजिया!" – अनुपम मित्तल भी हैरान

शार्क टैंक इंडिया के जज अनुपम मित्तल ने इस डील पर चौंकाने वाला रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा,
"एक लाख करोड़ की भुजिया, कमाल है इंडिया!"
उनका यह कमेंट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उन्होंने हल्दीराम की सफलता को भारतीय ब्रांड्स की ग्लोबल पहचान बताया।

हल्दीराम का सफर – एक छोटी दुकान से अरबों का साम्राज्य

हल्दीराम की शुरुआत 1937 में बीकानेर से हुई थी। एक छोटी सी दुकान से शुरू हुई यह कंपनी आज भारत के सबसे बड़े फूड ब्रांड्स में से एक बन गई है। यह कंपनी भुजिया, नमकीन, मिठाई और रेडी-टू-ईट प्रोडक्ट्स में मार्केट लीडर है।

क्या हल्दीराम IPO लाने वाला है?

अब बड़ा सवाल यह है कि क्या हल्दीराम IPO लाएगा?
अगर ऐसा होता है, तो निवेशकों के लिए यह सबसे बड़ा मौका साबित हो सकता है। हल्दीराम का IPO भारतीय शेयर बाजार में हलचल मचा सकता है और निवेशकों को इस देसी ब्रांड में पैसा लगाने का सुनहरा अवसर मिल सकता है।

हल्दीराम की वैल्यू क्यों बढ़ रही है?

  • भारत में स्नैक इंडस्ट्री तेजी से ग्रो कर रही है
  • हल्दीराम ने देसी स्वाद को इंटरनेशनल बना दिया है।
  • विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी भारतीय ब्रांड्स में बढ़ रही है
  • टेमासेक का निवेश भारत में सबसे बड़े फूड डील्स में से एक माना जा रहा है।

टेमासेक की एंट्री से हल्दीराम का भविष्य और मजबूत

अब जब हल्दीराम को सिंगापुर की टेमासेक जैसी मजबूत फाइनेंशियल बैकिंग मिल गई है, तो यह कंपनी भविष्य में और भी बड़ा हो सकती है।

क्या हल्दीराम McDonald's, KFC और Nestle जैसी कंपनियों को टक्कर देगा?
ये देखने वाली बात होगी! लेकिन एक बात तय है – हल्दीराम अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि ग्लोबल मार्केट में अपनी मजबूत पहचान बनाएगा

निष्कर्ष: हल्दीराम का नाम अब हर जुबान पर!

यह डील भारतीय अर्थव्यवस्था और बिजनेस के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकती है। हल्दीराम ने छोटी दुकान से अरबों की कंपनी बनने तक का सफर तय किया और यह प्रेरणा हर भारतीय व्यवसायी के लिए मिसाल है।

अब बस देखना यह है कि हल्दीराम IPO कब लाता है, और इसका असर बाजार पर क्या पड़ता है!