बीकानेर की पर्वतारोही सुषमा बिस्सा के साथ केदारनाथ में हुई मारपीट, सुरक्षा व्यवस्था फेल
केदारनाथ में एवरेस्ट विजेता सुषमा बिस्सा और उनके बेटे पर वीआईपी दर्शन के विरोध के चलते हमला, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल।

केदारनाथ में एवरेस्ट विजेता सुषमा बिस्सा से मारपीट, VIP दर्शन पर उठे गंभीर सवाल
MYCITYDILSE बीकानेर / केदारनाथ | 24 मई 2025
भारत की प्रसिद्ध एवरेस्ट विजेता पर्वतारोही सुषमा बिस्सा और उनके बेटे रोहिताश बिस्सा के साथ केदारनाथ धाम में मारपीट की घटना सामने आई है। यह घटना धार्मिक आस्था के केंद्र में VIP संस्कृति और सुरक्षा लापरवाही की कड़वी सच्चाई उजागर करती है।
10 घंटे लाइन में लगे, VIP दर्शन वालों ने मारी सेंध
सुषमा बिस्सा, दिवंगत एवरेस्ट विजेता मगन बिस्सा की पत्नी हैं और खुद भी पर्वतारोहण में देश का नाम रोशन कर चुकी हैं। वे बीकानेर के 35 श्रद्धालुओं के साथ केदारनाथ यात्रा पर थीं। सुबह 3:30 बजे से दर्शन के लिए लाइन में खड़े थे, लेकिन जब 10 घंटे बाद मंदिर के पास पहुंचे, तब पट बंद कर दिए गए।
इस दौरान कुछ लोगों ने पैसे देकर VIP दर्शन कर लिए, जिसका सुषमा बिस्सा ने शांतिपूर्वक विरोध किया। इस पर स्थानीय लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
हाथ की अंगुली टूटी, महिला पर थप्पड़ और मोबाइल तोड़ा गया
सुषमा के बेटे रोहिताश ने बताया कि विरोध करने पर पहले उनकी मां सुषमा के साथ मारपीट की गई और फिर जब उन्होंने बीच-बचाव किया तो उन्हें भी पीटा गया। उनके हाथ की एक अंगुली में गंभीर चोट आई, और मोबाइल फोन तोड़ दिया गया। हमलावरों ने सुषमा के मुंह पर भी प्रहार किया, जिससे वह घायल हो गईं।
सुरक्षा बल मौन, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
घटना के समय मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप जरूर किया, लेकिन हमलावर मारपीट करते रहे। एक आरोपी को पकड़कर सुरक्षाकर्मियों को सौंपा गया, लेकिन वह भी बाद में फरार हो गया।
केदारनाथ ट्रस्ट और सुरक्षा एजेंसियों को लिखित शिकायत दी गई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा और न्याय प्रक्रिया पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
वीआईपी संस्कृति और आस्था का टकराव
सुषमा बिस्सा जैसी राष्ट्र गौरव महिला के साथ ऐसा व्यवहार न केवल निंदनीय है, बल्कि यह धार्मिक स्थानों पर व्याप्त वीआईपी संस्कृति और असमानता की पोल खोलता है। आम श्रद्धालु 10-10 घंटे लाइन में लगे रहते हैं, वहीं धनबल से दर्शन प्राप्त करने वालों को विशेष छूट मिल रही है।