बीकानेर से नागौर तक हाईवे बनेगा फोरलेन, फ्लाईओवर और बाईपास की योजना भी तैयार
बीकानेर-नागौर नेशनल हाईवे 62 को फोरलेन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सड़क हादसों और बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए डीपीआर तैयार की जा रही है। फ्लाईओवर, बाईपास और तकनीकी सुधारों से यात्रा होगी सुरक्षित

बीकानेर से नागौर तक हाईवे बनेगा फोरलेन, फ्लाईओवर और बाईपास की योजना भी तैयार
बीकानेर। बीकानेरवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। बीकानेर-नागौर नेशनल हाईवे 62 को अब फोरलेन बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है। इस हाईवे को लेकर विभाग ने डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे आने वाले समय में यह मार्ग और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगा।
हाल ही में देशनोक क्षेत्र में हुए सड़क हादसे, जिसमें 6 लोगों की जान चली गई थी, ने इस प्रोजेक्ट की जरूरत को और अधिक मजबूती दी। इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी को पत्र लिखकर फोरलेन की मांग रखी थी।
इसके बाद, हाईवे के अधिकारियों की टीम – जिसमें अधीक्षण अभियंता केशाराम पंवार और अधिशासी अभियंता मुकेश दुबे भी शामिल थे – ने चरकड़ा से देशनोक तक निरीक्षण किया। इस दौरान हाईवे के ब्लैक स्पॉट्स की समीक्षा की गई और सुरक्षा में सुधार के लिए जरूरी बदलावों का आश्वासन दिया गया।
बिश्नोई ने जानकारी दी कि NH-62 के 108 किमी हिस्से को फोरलेन में बदला जाएगा, और इसके अंतर्गत आने वाले सभी फ्लाईओवर्स सिक्स लेन होंगे। खासतौर पर रासीसर बाईपास, नोखा गांव के प्रवेश द्वार पर फ्लाईओवर, अपना घर आश्रम, रोड़ा-खारा-सेंगाल रोड, और हिन्यादेसर बीटी रोड जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।
ट्रैफिक दबाव, तकनीकी खामियां और दो वर्षों में हुईं सैकड़ों दुर्घटनाओं को देखते हुए यह प्रोजेक्ट अब बेहद जरूरी बन गया है। फोरलेन बनने से न केवल हादसों में कमी आएगी, बल्कि बीकानेर-नागौर मार्ग पर ट्रैफिक संचालन भी सुगम और तेज़ होगा।