सावन के अंतिम सोमवार पर एमजीएसयू में हुआ विशाल पौधारोपण कार्यक्रम
महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग ने सावन के अंतिम सोमवार पर पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

सावन के अंतिम सोमवार पर एमजीएसयू में हुआ विशाल पौधारोपण कार्यक्रम
बीकानेर।
महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू) के इतिहास विभाग द्वारा सावन के अंतिम सोमवार को एक विशाल पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिसर स्थित महर्षि वशिष्ठ भवन के सामने स्थित उद्यान में आयोजित हुआ, जहां शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर विभिन्न पौधे लगाए।
विभागाध्यक्ष डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और सनातन परंपराओं में निहित प्रकृति पूजन की जीवनशैली को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत कुलगुरु प्रो. मनोज दीक्षित एवं कुलसचिव अरविंद बिश्नोई द्वारा पौधारोपण कर की गई। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने हेतु जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. मेघना शर्मा ने कहा, "सनातन परंपरा में प्रकृति की पूजा केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि जीवनशैली का आधार है। पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश — पंचमहाभूतों की शुद्धता बनाए रखना हमारा नैतिक कर्तव्य है।"
इस अवसर पर प्रथम, द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने नीम, शीशम और बोगनवेलिया जैसे पौधों का रोपण कर उन्हें नियमित रूप से संरक्षित करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में प्रो. अनिल कुमार छंगाणी, प्रो. राजाराम चोयल, डॉ. बिट्ठल बिस्सा, डॉ. गौतम मेघवंशी, डॉ. सीमा शर्मा, डॉ. प्रगति सोबती, डॉ. प्रभुदान चारण, डॉ. अभिषेक वशिष्ठ, डॉ. लीला कौर, कुलदीप जैन, कमल कांत शर्मा सहित अनेक अतिथि शिक्षक उपस्थित रहे।
यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरणीय जिम्मेदारी का प्रतीक बना, बल्कि विद्यार्थियों में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता जगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।