10 लाख से ज्यादा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में लाभ लेने वालो ने GIVE UP अभियान के तहत अपना नाम GIVE UP किया

10 लाख से ज्यादा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में लाभ लेने वालो ने GIVE UP अभियान के तहत अपना नाम GIVE UP किया
10 लाख से ज्यादा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में लाभ लेने वालो ने GIVE UP अभियान के तहत अपना नाम GIVE UP किया ।
आप से निवेदन हे ,जो सक्षम है ,वो 28 फरवरी तक अपना नाम हटाकर राष्ट्रीय योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को दिलाने में मदद करे ।
जयपुर: खाद्य सुरक्षा योजना 34 लाख उपभोक्ताओं को इस महीने नहीं मिलेंगे सरकारी गेहूं, इतने राशन कार्ड हुए ब्लॉक
जयपुर:खाद्य सुरक्षा का लाभ लेने वाले प्रदेश में 34 लाख उपभोक्ताओं ने अब तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है। सरकार ने सख्ती बरतते हुए इस माह से इन 34 लाख उपभोक्ताओं का राशन रोक दिया है। खाद्य एवं आपूर्ति मामले विभाग ने ई-केवाईसी नहीं करवाने वाले उपभोक्ताओं के खाद्य सुरक्षा कार्ड ही पॉश मशीनों पर लॉक कर दिया है। कोटा जिले में ई-केवाईसी नहीं करवाने वाले 60 हजार उपभोक्ताओं को इस माह से सरकारी गेहूं नहीं मिलेगा।
खाद्य सुरक्षा योजना एक्ट का सच, रोजाना 300 रुपए कमाने वाला व्यक्ति योजना से OUT, नहीं मिलेगा मुफ्त गेहूं केन्द्र सरकार के निर्देश पर पिछले दो साल से खाद्य सुरक्षा के राशन कार्डधारकों की ई-केवाईसी की प्रक्रिया चल रही थी। फिर भी प्रदेश में 10 से 60 साल की आयु वर्ग के 34 लाख उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी नहीं करवाई है।
इनको राहत, उन पर सख्ती:
प्रदेश में 28 जनवरी तक खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत आने वाले 88 प्रतिशत से अधिक लोगों की ई- केवाईसी हो चुकी है। राज्य सरकार ने मानवीय आधार पर 60 साल से ऊपर व 10 साल की आयु से छोटे बच्चों को ई- केवाईसी की बाध्यता से बाहर रखा है।
प्रदेश में इतने खाद्य सुरक्षा राशन कार्ड ब्लॉक:
जिला – संख्या
अजमेर – 97768
अलवर – 205662
बांसवाड़ा – 121949
बारां – 109393
बाड़मेर – 141943
भरतपुर – 107103
भीलवाड़ा – 107571
प्रतापगढ़ – 45955
राजसमंद – 91989
सवाईमाधोपुर – 66326
सीकर – 165360
सिरोही – 74717
टोंक – 61512
उदयपुर – 272294
इसलिए हो रही ई-केवाईसी
खाद्य सुरक्षा राशन कार्ड में दर्ज प्रत्येक सदस्य की ई-केवाईसी अनिवार्य है। खाद्य सुरक्षा कार्ड बनने के बाद पहली बार ई-केवाईसी हो रही है। इस अवधि में बड़ी संख्या में लोग पलायन कर गए या अन्यत्र बस गए। इस अवधि में मरने वालों के नाम से भी राशन उठाए जाने की आशंका है। (स्रोत : खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मामले विभाग)
जिन सदस्यों की अभी तक ई-केवाईसी नहीं हुई हैं, उनका फरवरी से गेहूं बंद कर दिया है। गेहूं नहीं मिलने पर उपभोक्ता झगड़े पर उतारू हो रहे हैं।
भंवरसिंह, अध्यक्ष, राशन विक्रेता संघ झालावाड़
जिन सदस्यों ने ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उनके राशन कार्ड ब्लॉक कर दिए हैं। राशन कार्ड को पुन: सक्रिय करवाने के लिए प्रक्रिया है।
कुशल बिलाला, जिला रसद अधिकारी कोटा