शिव कथा में शिव विवाह की महिमा से दांपत्य जीवन होता है सुखमय – पूज्य संतोष सागर जी महाराज

बीकानेर में स्वामी जोत भारती की पुण्यतिथि पर शिव बाड़ी स्थित जोत महाराज के धोरे पर शिव कथा का आयोजन, पूज्य संतोष सागर जी महाराज ने शिव विवाह और शिवलिंग की महिमा बताई।

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शिव कथा में शिव विवाह की महिमा से दांपत्य जीवन होता है सुखमय – पूज्य संतोष सागर जी महाराज
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शिव कथा में शिव विवाह की महिमा से दांपत्य जीवन होता है सुखमय – पूज्य संतोष सागर जी महाराज

बीकानेर, 30 जुलाई 2025।
शिव बाड़ी स्थित जोत महाराज के धोरे पर आयोजित शिव पुराण कथा के चौथे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। स्वामी जोत भारती की 68वीं पुण्यतिथि के पावन अवसर पर चल रही इस कथा में प्रसिद्ध कथा वाचक पूज्य संतोष सागर जी महाराज ने भक्तों को शिव विवाह, शिवलिंग, रुद्राक्ष, भस्म तथा कुबेर चरित्र से संबंधित प्रसंगों का रसपूर्ण वर्णन किया।

पूज्य संतोष सागर जी ने कहा कि "जो व्यक्ति श्रद्धा से शिव विवाह की कथा सुनता है, उसका दांपत्य जीवन सुखमय बन जाता है।" उन्होंने ब्रह्मा के पुत्र दक्ष प्रजापति और उनकी पुत्री सती तथा पार्वती के जन्म और तपस्या की कथा को प्रेरक ढंग से प्रस्तुत किया।

उन्होंने बताया कि पार्वती जी को शिवा भी कहा जाता है और उनका जीवन त्याग व समर्पण की मिसाल है। शिव कथा में उन्होंने शिव के शिवलिंग रूप की महिमा, रुद्राक्ष के महत्व और भस्म के आध्यात्मिक प्रयोग की भी जानकारी दी। संत ने कहा कि श्रावण मास में शिव कथा सुनना मनुष्य जीवन को सफल बनाता है।

इस अवसर पर श्री नारायण भारती जी महाराज ने भी श्रद्धालुओं को सावन मास में शिव भक्ति का महत्व बताया और कहा कि यह भक्तों के अपने आराध्य के और समीप आने का श्रेष्ठ अवसर है।

आयोजन के संयोजक समाजसेवी नित्यानंद पारीक ने बताया कि बीकानेर शहर ही नहीं, आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी सैकड़ों श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचकर भावविभोर हो रहे हैं।

गौ धन मित्र महेंद्र जोशी ने इस अवसर पर गोबर से निर्मित शिव प्रतिमा और “गाय माला” की जानकारी दी, जो ग्रामीण संस्कृति और प्रकृति की उपासना का प्रतीक है।

तेजस्विता और भक्ति से परिपूर्ण यह आयोजन न केवल धार्मिक जागरूकता का केंद्र बना हुआ है, बल्कि श्रावण मास में शिव भक्ति की गूंज को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहा है।