महावीर चौक पर स्थित सेठिया भवन में आयोजित हो रही भगवान श्री महावीर कथा के दौरान

महावीर चौक पर स्थित सेठिया भवन में आयोजित हो रही भगवान श्री महावीर कथा के दौरान

 

  महावीर चौक पर स्थित सेठिया भवन में आयोजित हो रही भगवान श्री महावीर कथा के दौरान 

  राष्ट्रसंत, डॉ.  आचार्य प्रवर श्री दिव्यानंद सूरीश्वर महाराज साहब ( निराले बाबा) के मुखारबिंद से 

बीकानेर: भगवान महावीर स्वामी के जीवन वृतांत में माता श्री त्रिशला देवी ने प्रभु के च्यवन के दौरान चौदह स्वप्न दर्शन किये जिसमें अलग अलग परिवारो ने सभी को स्वप्न दर्शन करवाये जिसमें महालक्ष्मी का लाभ श्रीमती संजु देवी सुनील नाहटा, झूला झूलाने का लाभ श्रीमती पुष्पा देवी देवेन्द्र बोथरा, किरण देवी भीखम चंद बोथरा,आरती का लाभ ममता देवी पंकज पुगलिया, मंगल दीपक विनोद डागा, ध्वजा स्वप्न सुमन देवी आशु राम सेन , अंजु देवी नवरत्न मल संचेती, सुनीता देवी मेघराज रांका , आदि अनेकानेक भक्त गण ने पुण्य प्राप्त किया 

  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिव्यानंद निराले बाबा ने कहा कि भगवान महावीर कथा अगर 21 बार मनुष्य जीवन में सुन लेता है तो अवश्य मेव वो जीवात्मा मोक्ष गामी बन जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक जन मानस को एक घंटा आत्म चिन्तन हेतु समय निकालना चाहिए आत्मसात होकर आत्मा के साथ परमात्म मिलन हो सकता है। 

  इस अवसर पर नवरत्न संचेती ने विचार प्रस्तुत कर ते हुए कहा कि कल दिनांक 12 अप्रैल ,शुक्रवार को भगवान श्री महावीर कथा का समापन होगा जिसके अंतर्गत प्रभु महावीर को मेरू शिखर पर ले जाकर इन्द्र देव बनकर अभिषेक कराया जायेगा, माता श्री पद्मावती देवी का अभिषेक एवं महायज्ञ अनुष्ठान के साथ ये आठ दिवसीय भगवान महावीर कथा का समापन होगा। सभी के लिए लंगर रखा गया है। 

 इस अवसर पर सम्पत सेठिया, पान मल मिनी, प्रेम कुमार मिनी,  जयचंद लाल बोथरा,   कुशल संचेती  , पुष्पा देवी बोथरा, किरण देवी बोथरा, शर्मिला नाहटा, संगीता बैद, सुनीता रांका, कुसुम देवी बैद, कंचन बैद, मंजु बैद, सिम्पी बैद, कंचन बैद, संतोष देवी बैद, सरिता बैद, सम्पत लाल सुराणा, जयचंद लाल सेठिया, तारा देवी बोथरा, आदि अनेकानेक भक्त गण मौजूद थे ।