आधी रात को बड़ी लूट, सुना मकान समझकर तोड़ा ताला, महिला के साथ हुई मारपीट के बाद 7 लाख और सोना लूटे
पुलिस ने पुख्ता गश्त के बावजूद भी शहर में चोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। शुरू में चोरों का कार्यक्षेत्र शहर के बाहरी हिस्सों में था, लेकिन अब वे पॉश कॉलोनियों में भी हमले बोल रहे हैं। रविवार को तीन बजे, चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र के पीएफ ऑफिस के पास कृष्णा नगर में तीन चोरों ने एक घर का ताला तोड़कर अंदर घुसा। उनके अंदर सो रही महिला के साथ मारपीट कर उनसे सात लाख रुपये कैश और 15 तोला सोना लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने उनकी खोज के लिए सीसीटीवी फुटेज निकाला है, जिसके आधार पर उनकी तलाश की जा रही है। लूट और महिला के साथ दुर्व्यवहार की मामले में पुलिस ने कानूनी कार्रवाई कर ली है।
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थानाधिकारी नितिन दवे ने बताया कि ताला तोड़ते हुए चोरों ने एक महिला को सोते हुए पाया। उन्होंने उसे जगाया और अलमारी की चाबियां मांगी, लेकिन महिला ने मना कर दिया। इस पर चोरों ने महिला के साथ हमला किया। उसके बाद, जब महिला चिल्लाने लगी तो चोरों ने उसका मुंह बंद कर दिया और उसके साथ अभद्रता की। उन्होंने बाद में अलमारी की चाबियां ढूंढीं और सात लाख रुपए और 15 तोला सोने के आभूषण लूट लिए।
महिला ने लुटेरों के साथ मुकाबला किया, जिन्होंने उसे लोहे के सरिया से मारा और दुर्व्यवहार किया। उसके शरीर पर कई जगहों पर घाव थे। 40 वर्षीय महिला ने भी हिम्मत दिखाई, और आधे घंटे तक तीन बदमाशों के सामने साहस से खड़ी रही, लेकिन एकल इंसान कितना भी साहसी क्यों न हो, वह आखिर में हार जाता है। अंत में, तीनों बदमाशों ने उसे काबू में कर लिया, और उसका मुंह कपड़े से बंधकर उसे एक ओर धकेल दिया और लूट ली।
महिला के पति रात को दो बजे बाहर गए और चार बजे लौटे। उन्होंने देखा कि घर पर कुछ गड़बड़ हो रही है, और फिर पुलिस को सूचित किया।
इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत लुटेरों की तलाश में पड़ताल शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में तीनों के चेहरे दिखाई दिए, जो स्थानीय नहीं लग रहे थे। महिला ने पुलिस को बताया कि वे पंजाबी लहजे में बात कर रहे थे। पुलिस अब इसकी जांच कर रही है कि ये किसी बाहरी गैंग के सदस्य थे, जो लूट के इरादे से शहर में आए थे। उन्होंने इस मामले में लूट, दुर्व्यवहार और छेड़छाड़ की धाराओं में मामला दर्ज किया है, और लुटेरों की तलाश में जुट गई है। इसमें चार थानाधिकारियों, साइबर सैल और तकनीकी एक्सपर्टों की अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।