बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बाल संस्कार शिविर बेहद जरूरी : अध्यक्ष नरेश खत्री
भारत विकास परिषद बीकाणा इकाई द्वारा आयोजित तीन दिवसीय बाल संस्कार शिविर में बच्चों ने संस्कार, संस्कृति और सेवा के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।

बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बाल संस्कार शिविर बेहद जरूरी : अध्यक्ष नरेश खत्री
बीकानेर। भारत विकास परिषद्, बीकाणा इकाई द्वारा मुरलीधर व्यास कॉलोनी में आयोजित तीन दिवसीय बाल संस्कार शिविर ने बच्चों में भारतीय संस्कृति, सेवा और संस्कार के बीज बोने का कार्य किया। यह शिविर परिषद् के 63वें स्थापना दिवस (62वीं वर्षगांठ) के अवसर पर आयोजित किया गया।
बीकाणा इकाई अध्यक्ष नरेश खत्री (छाबड़ा) एवं शिविर संजोयिका राजकुमारी व्यास ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए संस्कार शिविर अत्यंत महत्वपूर्ण है। खत्री ने कहा कि इस अवसर को सेवा, संस्कार, पर्यावरण और संपर्क के माध्यम से समाज से जुड़ाव के प्रयास के रूप में मनाना चाहिए।
कार्यक्रम की शुरुआत में कोमलदीप और खुशबू ओझा ने सभी अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया। महिला संयोजिका ज्योति शर्मा, सोनाली भाटी एवं आरती आचार्य (Make Over Owner) ने कहा कि हमारे शिविर हमारे संकल्प और संस्कार का प्रतिबिंब होना चाहिए।
पहले दिन बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक प्रस्तुतियां दीं। अंशुमान चूरा, लक्ष्य, यशवंत, केशव, यश ने रामायण के दोहे सुनाए। वेदांगना, गिरिशा छाबड़ा, परी सोनी, कंजिका चूरा, देवांशी और पलक ने सुंदर नृत्य प्रस्तुतियां दीं।
देवांश अग्रवाल, अनु सोनी, श्रेयांश अग्रवाल ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। पूरू शर्मा, पंकज कच्छावा, राहुल, राम, जयंत और धवल ने शिव तांडव श्लोक सुनाए। कोमलदीप, खुशबू ओझा, गिरिशा छाबड़ा और अवनी ने भजनों की प्रस्तुति देकर सबको भावविभोर कर दिया।
शिविर के दौरान मीनाक्षी व्यास (रंगा) ने बच्चों को आशीर्वचन देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
भारत विकास परिषद् के इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि बाल संस्कार शिविर से बच्चों में नैतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक गुणों का विकास होता है, जिससे वे सशक्त और संस्कारी नागरिक बनते हैं।