अपने ही बूथ पर पिछड़ गए अर्जुन राम मेघवाल, विधायकों के बूथ से मिले सबसे ज्यादा वोट
अपने ही बूथ पर पिछड़ गए अर्जुन राम मेघवाल, विधायकों के बूथ से मिले सबसे ज्यादा वोट
भाजपा हमेशा बूथ लेवल पर लंबे समय से काम करने के दावे करती रही है. बूथों पर पार्टी पन्ना प्रमुख जैसी जिम्मेदारियां देने की बातें भी चर्चा में रही हैं. बड़े-बड़े नेताओं की अपने-अपने बूथों को मैनेज करने की जिम्मेदारियां दी गईं थीं. लेकिन इसके बावजूद जमीनी हकीकत कुछ और ही रही. जब बीकानेर-पश्चिम और खाजूवाला को छोड़ कर कोई भी MLA खुद के हासिल किए जितने वोट भी लोकसभा में अपनी पार्टी के प्रत्याशी को नहीं दिलवा पाया.
अर्जुन के बूथ से गोविंद को ज्यादा वोट
सबसे अहम बात तो ये रही कि लोकसभा चुनाव में बीकानेर सीट (Bikaner Lok Sabha Constituency) से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) खुद अपने ही बूथ पर प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार गोविन्द राम मेघवाल (Govind Ram Meghwal) से 175 वोटों से पिछड़ गए. अर्जुन राम मेघवाल के किसमीदेसर स्थित खुद के बूथ से उन्हें 462 और प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार गोविन्द राम मेघवाल को 546 वोट मिले.
विधायक के बूथों से मिला फायदा
गौरतलब है कि किसमीदेसर का इलाका माली बाहुल्य इलाका है, और यहां एससी समुदाय बड़ी संख्या में है. अर्जुन राम मेघवाल खुद इसी समुदाय से सम्बन्ध रखते हैं. खास बात ये भी है कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने माली वोटों को साधने के लिए इसी समुदाय के कद्दावर नेता गोपाल गहलोत को पार्टी में शामिल किया था. लेकिन बावजूद इसके वोटों का प्रतिशत नहीं बढ़ा. बीकानेर-पश्चिम के विधायक जेठानन्द व्यास और खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ के बूथों पर अर्जुन राम मेघवाल को फायदा हुआ और इन दोनों से ज्यादा वोट मिले. यानी जिन लोगों ने विधानसभा में कांग्रेस को वोट दिया था, उन लोगों ने लोकसभा में भाजपा को तवज्जो दी.
सुमित गोदारा के बूथ से पीछे रहे अर्जुन
इसके अलावा बीकानेर-पूर्व से विधायक सिद्धि कुमारी, कोलायत से अंशुमान सिंह भाटी और श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचन्द सारस्वत के बूथों पर भी अर्जुनराम को बढ़त मिली. लेकिन उतनी नहीं, जितनी खुद इन विधायकों को मिली थी. बीजेपी के 6 विधायकों में सिर्फ लूणकरणसर एमएलए सुमित गोदारा के बूथ से ही अर्जुन राम मेघवाल कांग्रेस के गोविन्द राम मेघवाल से पीछे रहे. यही हाल कांग्रेस का भी रहा. जहां नोखा विधायक सुशीला डूडी के बीरमसर गांव में उनके खुद के मुकाबले गोविन्द राम को एक तिहाई वोट भी नहीं मिल लाए. इसकी वजह यहां पोलिंग का आधा ही होना रहा. लेकिन जितनी पोलिंग हुई उसमें गोविन्द अर्जुन से आगे रहे.
Arjun Ram Meghwal lagged behind at his own booth, got the most votes from MLAs' booths
BJP has always been claiming to work at the booth level for a long time. There have also been talks of giving responsibilities like party panna pramukh at booths. Big leaders were given the responsibility to manage their respective booths. But despite this, the ground reality was different. When except Bikaner-West and Khajuwala, no MLA could get as many votes as his own for his party candidate in the Lok Sabha.
Govind got more votes from Arjun's booth
The most important thing was that in the Lok Sabha elections, BJP candidate from Bikaner Lok Sabha Constituency Arjun Ram Meghwal lagged behind his rival candidate Govind Ram Meghwal by 175 votes at his own booth. Arjun Ram Meghwal got 462 votes from his own booth in Kismidesar and rival Congress candidate Govind Ram Meghwal got 546 votes.
Benefit from MLA's booths
It is worth noting that Kismidsar area is Mali dominated area, and SC community is present here in large numbers. Arjun Ram Meghwal himself belongs to this community. The special thing is that before the Lok Sabha elections, BJP had included Gopal Gehlot, a strong leader of this community, in the party to garner Mali votes. But despite this, the percentage of votes did not increase. Arjun Ram Meghwal benefited from the booths of Bikaner-West MLA Jethanand Vyas and Khajuwala MLA Dr. Vishwanath and got more votes than both of them. That means, those who had voted for Congress in the Assembly, gave importance to BJP in the Lok Sabha.
Arjun lagged behind Sumit Godara's booth
Apart from this, Arjun Ram also got a lead at the booths of Bikaner-East MLA Siddhi Kumari, Kolayat's Anshuman Singh Bhati and Sridungargarh MLA Tarachand Saraswat. But not as much as these MLAs themselves had got. Among the 6 BJP MLAs, Arjun Ram Meghwal was behind Congress' Govind Ram Meghwal only from Lunkaransar MLA Sumit Godara's booth. The same was the case with Congress. Where in Nokha MLA Sushila Dudi's Biramsar village, Govind Ram could not even get one-third of the votes as compared to her own. The reason for this was that the polling was only half here. But in whatever polling took place, Govind was ahead of Arjun.