जन अधिकार सेना ने गौ सेवा में की महत्वपूर्ण पहल, गोवंश के लिए पानी कुण्डीयां और गुड़ का वितरण

नोखा में जन अधिकार सेना द्वारा गौ सेवा कार्य में जुटे जनसेवकों ने पवित्र चैत्र मास अमावस्या तिथि पर गौवंश के लिए पानी की कुण्डीयां लगाई और गुड़ खिलाया। जानिए इस पहल के बारे में और गौ सेवा के महत्व पर।

 0
जन अधिकार सेना ने गौ सेवा में की महत्वपूर्ण पहल, गोवंश के लिए पानी कुण्डीयां और गुड़ का वितरण
MYCITYDILSE VAAHAN BAZAR
MYCITYDILSE VAAHAN BAZE

जन अधिकार सेना ने गौ सेवा में की महत्वपूर्ण पहल, गोवंश के लिए पानी कुण्डीयां और गुड़ का वितरण

जन अधिकार सेना ने निराश्रित गोवंश के लिए पानी की कुण्डीयां लगाकर और गुड़ खिलाकर गौ सेवा की नई मिसाल पेश की

नोखा (राजस्थान): जन अधिकार सेना के जनसेवकों द्वारा निराश्रित गोवंश के लिए निरंतर किए जा रहे कार्यों में एक नया अध्याय जुड़ गया है। पवित्र चैत्र मास अमावस्या तिथि के पावन अवसर पर, जन अधिकार सेना के द्वारा आनन्द कुमार सारस्वत के आर्थिक सहयोग से नोखा उपखंड क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों पर पानी की कुण्डीयां लगाई गई और गोवंश को गुड़ खिलाया गया।

जन अधिकार सेना के प्रदेश कोषाध्यक्ष कानाराम शर्मा ने कहा कि गौ सेवा सबसे बड़ा पुण्य कार्य है, और हमें इसे नियमित रूप से करना चाहिए। उनका मानना है कि गौ माता में सभी देवी-देवताओं का वास होता है, और निराश्रित एवं भूखे प्राणियों को खाना खिलाना एक अति पुण्य कार्य है। इस कार्य के तहत सड़कों पर विचरण कर रहे निराश्रित गोवंश को भी गुड़ खिलाया गया।

गौ सेवा को लेकर जन अधिकार सेना की प्रतिबद्धता
इस मौके पर प्रदेश कोषाध्यक्ष कानाराम शर्मा के अलावा संगठन के कई अन्य महत्वपूर्ण सदस्य भी उपस्थित थे। सचिव ओमप्रकाश राठी, कार्यकारिणी सदस्य मालचंद सारस्वत, बीकानेर संभाग अध्यक्ष किशन तापड़िया, महामंत्री कमल डागा, जिला कोषाध्यक्ष कन्हैया लाल सारस्वत, और प्रभारी राजेन्द्र ओझा ने गौ सेवा के महत्व पर जोर दिया और इस काम को आगे बढ़ाने के लिए सभी को प्रेरित किया।

कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने गौ सेवा के महत्व को समझते हुए इस अभियान में भाग लिया। पवित्र गौ सेवा का यह आयोजन जन अधिकार सेना द्वारा निरंतर चलाए जा रहे गो सेवा अभियान का हिस्सा है, जो एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में कार्य कर रहा है।

गौ सेवा के महत्व पर विचार

कानाराम शर्मा ने आगे कहा कि गौ सेवा से बड़ा कोई पुण्य कार्य नहीं हो सकता। हमें हमेशा यह याद रखना चाहिए कि गौ माता की सेवा करके हम ना केवल पुण्य अर्जित करते हैं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाते हैं। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह नियमित रूप से गौ सेवा में अपनी भूमिका निभाए और समाज के अन्य प्राणियों के लिए भी अपना योगदान दे।