भीम आश्रम में जन्मदिन का आयोजन: सेवा और संवेदना का अद्भुत संगम

We Are Foundation की Founder Director अर्चना सक्सेना गोयल और गीता रामचंद्रानी ने भीम आश्रम, बीकानेर में सेवा संग जन्मदिन मनाकर मानवता का उदाहरण पेश किया।

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भीम आश्रम में जन्मदिन का आयोजन: सेवा और संवेदना का अद्भुत संगम
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भीम आश्रम में जन्मदिन का आयोजन: सेवा और संवेदना का अद्भुत संगम

बीकानेर। मानवता और संवेदना से भरे एक प्रेरक आयोजन में We Are Foundation की ओर से रविवार को भीम आश्रम, मुक्ता प्रसाद नगर, बीकानेर में सेवा और उत्सव का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस आयोजन का नेतृत्व समाजसेवी गीता रामचंद्रानी ने किया, जबकि फाउंडेशन की Founder Director एवं Chairman अर्चना सक्सेना गोयल के निर्देशन में पूरी टीम ने इसे सफल बनाया।

इस विशेष अवसर पर गीता रामचंद्रानी ने अपने पति भगवान दास रामचंद्रानी के जन्मदिन को अनोखे ढंग से मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि “जीवन के हर उत्सव का सबसे सुंदर रूप वही होता है, जब उसमें दूसरों की मुस्कान जुड़ जाए।” इसी भावना के साथ उन्होंने आश्रम में रह रहे वृद्धजनों के साथ मिलकर भोजन वितरण किया और उनके साथ समय बिताया।

पूरे आयोजन में प्रेम, स्नेह और सम्मान का वातावरण महसूस किया गया। आश्रम के सभी बुजुर्गों के चेहरों पर खुशी और अपनत्व झलक रहा था। कार्यक्रम के दौरान We Are Foundation की टीम ने सेवा कार्य के माध्यम से समाज में करुणा और एकता का संदेश दिया।

फाउंडेशन की चेयरमैन अर्चना सक्सेना गोयल ने कहा —

“सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है। जब हम अपने व्यक्तिगत उत्सवों को दूसरों की खुशियों से जोड़ते हैं, तब वही असली मानवता होती है।”

उन्होंने बताया कि We Are Foundation लगातार समाज में जरूरतमंदों, वृद्धजनों और वंचित वर्ग के बीच सेवा और सहयोग के कार्य करती रही है।

गीता रामचंद्रानी ने कहा —

“यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आज मैं अपने पति का जन्मदिन इन आदरणीय वृद्धजनों के बीच मना रही हूँ। उनके आशीर्वाद से जीवन में सकारात्मकता और खुशियां बढ़ती हैं।”

इस अवसर पर फाउंडेशन की टीम में अर्चना सक्सेना गोयल, गीता रामचंद्रानी, भगवान दास रामचंद्रानी, मोनिका शर्मा, आयशा शर्मा, यशस्व गोयल, राखी रावत, मंसा रावत, कोमल चौहान, योगेश रामचंद्रानी और चारु रामचंद्रानी मौजूद रहे।

सभी ने मिलकर आश्रम के बुजुर्गों के साथ समय बिताया, उनके साथ भोजन किया और उन्हें उपहार दिए। इस आयोजन ने न केवल बुजुर्गों के चेहरों पर मुस्कान लाई, बल्कि समाज में एक संदेश भी दिया कि “सेवा के साथ उत्सव मनाना ही सच्ची खुशी है।

भीम आश्रम में हुआ यह आयोजन निस्संदेह बीकानेर में मानवता और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रेरणास्रोत उदाहरण बन गया।