लॉरेंस बिश्नोई गैंग को बड़ा झटका, दुबई से ‘टोनी’ गिरफ्तार! नागौर से बड़ा कनेक्शन उजागर
राजस्थान पुलिस की AGTF टीम ने लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के विदेशी मॉड्यूल ऑपरेटर आदित्य जैन उर्फ टोनी को दुबई से गिरफ्तार कर लिया है। नागौर के कुचामन सिटी से ताल्लुक रखने वाला टोनी भारत में फिरौती, धमकी कॉल और गैंग की गतिविधियां विदेश से संचालित कर रहा था। जानिए पूरी खबर!

लॉरेंस बिश्नोई गैंग को बड़ा झटका, दुबई से ‘टोनी’ गिरफ्तार! नागौर से बड़ा कनेक्शन उजागर
राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के विदेशी नेटवर्क को ध्वस्त करने में बड़ी सफलता हासिल की है। गैंग का कुख्यात गुर्गा आदित्य जैन उर्फ टोनी को दुबई से गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया है। यह गिरफ्तारी इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के तहत की गई, जिससे लॉरेंस बिश्नोई गैंग की इंटरनेशनल सपोर्ट लाइन को करारा झटका लगा है।
कौन है आदित्य जैन उर्फ टोनी?
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नागौर जिले के कुचामन सिटी का रहने वाला टोनी एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखता है।
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उसके पिता किराने की दुकान चलाते हैं, लेकिन उसने अपराध की दुनिया चुन ली।
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टोनी ने दुबई के शारजाह में एक फ्लैट को गैंग का कंट्रोल रूम बना लिया था।
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वहां से वह भारत में धमकी कॉल, फिरौती और गैंग की गतिविधियां संचालित कर रहा था।
टोनी की गिरफ्तारी कैसे हुई?
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राजस्थान पुलिस की AGTF टीम ने DIG योगेश यादव और ASP नरोत्तम वर्मा के नेतृत्व में इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया।
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ASP सिद्धांत शर्मा की टीम ने CBI के जरिए इंटरपोल रेफरेंस भेजा।
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दुबई पुलिस ने टोनी को हिरासत में लिया और राजस्थान पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जयपुर लाया।
विदेश में बैठकर क्या कर रहा था टोनी?
✔ लॉरेंस और गोदारा गैंग के लिए धमकी कॉल करता था।
✔ फिरौती वसूलने और गोलीबारी जैसी घटनाओं की साजिश रचता था।
✔ शारजाह में गैंग के लिए हाई-टेक कंट्रोल रूम बना रखा था।
✔ डब्बा कॉल्स तकनीक का इस्तेमाल कर ट्रेसिंग से बच रहा था।
क्यों थी टोनी की लंबे समय से तलाश?
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ADG क्राइम दिनेश एमएन के अनुसार, टोनी राजस्थान पुलिस की हिट लिस्ट में था।
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हर धमकी कॉल और फिरौती केस में उसकी कड़ी सामने आ रही थी।
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विदेश में छिपे होने और हाई-टेक सिस्टम के कारण उसकी गिरफ्तारी कठिन हो रही थी।
जयपुर से नागौर रवाना, बड़ा खुलासा संभव!
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टोनी को जयपुर एयरपोर्ट पर लाने के बाद पुलिस ने डेढ़ घंटे तक पूछताछ की।
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इसके बाद उसे नागौर ले जाया गया, जहां उसके गैंग नेटवर्क पर पूछताछ होगी।
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इस गिरफ्तारी से कई और गैंगस्टर्स का पर्दाफाश हो सकता है।
राजस्थान में संगठित अपराध के खिलाफ बड़ा कदम
इस बड़ी गिरफ्तारी से लॉरेंस बिश्नोई गैंग की विदेशी ताकत कमजोर हो गई है। अब पुलिस नेटवर्क के बाकी गुर्गों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
इस केस से जुड़े आने वाले दिनों में बड़े खुलासे हो सकते हैं! जुड़े रहें।