एसपी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित: चिकित्सा शिक्षा में नए आयाम

एसपी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित: चिकित्सा शिक्षा में नए आयाम

एसपी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित: चिकित्सा शिक्षा में नए आयाम

बीकानेर, 24 मार्च: सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, बीकानेर में नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के निर्देशानुसार 'बेसिक कोर्स इन मेडिकल एजुकेशन' के तहत चतुर्थ प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण शिविर 24 मार्च से 26 मार्च तक चलेगा।

30 चिकित्सकों को प्रशिक्षण, नवीन तकनीकों पर विशेष ध्यान

इस प्रशिक्षण शिविर में 30 चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, जयपुर के प्राचार्य और NMC के कन्वेयर डॉ. एन. डी. सोनी ने इस कार्यक्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए नई शिक्षण तकनीकों और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों पर विशेष जोर दिया।

प्रशिक्षण विशेषज्ञों की भूमिका

प्रशिक्षण सत्र में डॉ. रेणु सेठिया, डॉ. तरुणा स्वामी, डॉ. शैलेंद्र सहारण, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. विनोद छींपा, डॉ. बाबूलाल मीणा, डॉ. गौरव शर्मा और डॉ. सुमिता तंवर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

  • एमबीबीएस विद्यार्थियों को पढ़ाने की आधुनिक तकनीकें
  • एन.एम.सी. के दिशा-निर्देशों के अनुरूप शिक्षा पद्धतियां
  • व्यावहारिक शिक्षण में सुधार हेतु सुझाव
  • संवेदनशील संवाद कौशल विकसित करने पर मंथन

चिकित्सा शिक्षा में सतत विकास की आवश्यकता

प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा एक सतत प्रक्रिया है, जिसमें चिकित्सकों को लगातार नई तकनीकें सीखनी पड़ती हैं। इस तरह के प्रशिक्षण शिविर चिकित्सा शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी समय में अन्य चिकित्सकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि कॉलेज चिकित्सा शिक्षा में नए आयाम स्थापित कर सके।

मानवता और संवेदनशीलता पर जोर

शिविर के दौरान विद्यार्थियों को नैतिकता, अनुशासन और मरीजों व उनके परिजनों से संवाद करने के संवेदनशील पहलुओं पर भी मार्गदर्शन दिया गया। एन.एम.सी. ने ऐसे प्रशिक्षणों को अनिवार्य कर दिया है, जिससे चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो सके।

निष्कर्ष

इस तरह के प्रशिक्षण शिविर न केवल चिकित्सा शिक्षकों की शिक्षण क्षमताओं को निखारते हैं, बल्कि भविष्य के चिकित्सकों को भी बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। एसपी मेडिकल कॉलेज का यह प्रयास निश्चित रूप से चिकित्सा शिक्षा में नई ऊंचाइयों को छूएगा।