राजस्थान महिला कल्याण मंडल संस्था की स्वर्ण जयंती सेवा, समर्पण और सामाजिक बदलाव की प्रेरणादायक गाथा
राजस्थान महिला कल्याण मंडल संस्था ने बीकानेर में 50 वर्षों की सेवा यात्रा पूरी कर स्वर्ण जयंती समारोह हर्षोल्लास से मनाया। जानिए संस्था की उपलब्धियां और समाज पर प्रभाव।

राजस्थान महिला कल्याण मंडल संस्था की स्वर्ण जयंती सेवा, समर्पण और सामाजिक बदलाव की प्रेरणादायक गाथा
बीकानेर। राजस्थान महिला कल्याण मंडल संस्था ने अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ (स्वर्ण जयंती समारोह) अत्यंत गरिमा और उत्सवपूर्ण माहौल में मनाई। समारोह के मुख्य अतिथि गीगासर पंचायत के सरपंच अर्जुन राम जी एवं मोनार्क रेजिडेंसी परिवार से श्री सुरेंद्र आज़ादीवाल रहे, जिनकी उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गौरव प्रदान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और संस्थापक स्व. श्री सागरमल जी कोशिक (बाऊजी) की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। तत्पश्चात केक काटा गया और पर्यावरण चेतना का संदेश देते हुए पौधारोपण किया गया।
संस्था के जिला समन्वयक अमित कुमार ने 50 वर्षों की सेवा यात्रा का विस्तृत विवरण देते हुए बताया कि किस प्रकार संस्था ने बाल संरक्षण, बाल अधिकार, महिला सशक्तिकरण, और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किए हैं। संस्था के प्रतिनिधि बाबूलाल ईनखिया और पिंकी जनागल ने सभी अतिथियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
मुख्य अतिथियों ने अपने उद्बोधन में संस्था की सामाजिक सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान महिला कल्याण मंडल जैसे संगठन समाज में सकारात्मक परिवर्तन के प्रेरक स्तंभ हैं।