आठ साल तक जीता रहा दोहरी जिंदगी, दिन में लाइनमैन रात में बन जाता था होमगार्ड; जानें पूरा मामला

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एक शख्स आठ साल तक दोहरी जिंदगी जीता रहा। वह दिन में लाइनमैन, रात में होमगार्ड बन जाता था। तारकेश्वर सिंह नाम के इस शख्स ने इतने लंबे समय तक दो सरकारी विभागों की आंखों में धूल झोंके रखी।

रोज दिन में बिजली निगम में संविदा पर लाइनमैन की नौकरी करता और रात में होमगार्ड की ड्यूटी। इसके एवज में वह दो विभागों से तनख्वाह और सुविधाएं लेता रहा।

बिजली निगम के कैम्पियरगंज वितरण खण्ड क्षेत्र के सोनौरा बुजुर्ग गांव निवासी इस शख्स का खेल तब खुला जब उसके गांव के ही एक परिवार ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा दी। बिजली निगम ने जांच कराई तो पोल खुल गई। अब बिजली निगम उसे बर्खास्त करने की तैयारी में जुटा है। संभव है कि उसे होमगार्ड की नौकरी से भी हाथ धोना पड़े।

तारकेश्वर ने 2015 में बिजली निगम में संविदा लाइनमैन के लिए आवेदन किया। अर्हता पूरी होने पर कैम्पियरगंज वितरण खण्ड के सौनौरा बिजली घर पर उसे बतौर श्रमिक तैनाती मिली। स्थानीय होने के कारण वह उपभोक्ताओं पर झूठा आरोप लगाकर धनउगाही करने लगा। उसी के गांव के प्रमोद राय ने सीएम पोर्टल पर तारकेश्वर की शिकायत दर्ज कराई कि वह दिन में बिजली निगम में निविदा लाइनमैन का काम करता है और रात में होमगार्ड की नौकरी करता है।

सीई ने एसई से कराई जांच सीएम पोर्टल से शिकायत आने पर जोन के मुख्य अभियंता ने ग्रामीण वितरण मण्डल प्रथम के एसई को जांच कराकर रिपोर्ट मांगी। एसई ने खण्ड के एक्सईएन से रिपोर्ट मांगने के साथ ही परीक्षण खण्ड के एक्सईएन ई. एके श्रीवास्तव को जांच सौपी। अभियंताओं ने होमगार्ड विभाग के जिला कमाण्डेंट से भी सूचना मांगी।

उन्होंने जवाब में कहा कि तारकेश्वर पुत्र हरिराम सिंह होमगार्ड कंपनी सी जनपद गोरखपुर मे वर्ष 2004 से तैनात है। ड्यूटी पर नियोजित होने पर अनूमन्य ड्यूटी भत्ता, महंगाई भत्ता देय होता है। रिपोर्ट मिलने पर एसई ग्रामीण वितरण मण्डल प्रथम इं. विनोद नौटियाल ने मुख्य अभियंता को गोपनीय पत्र भेजकर तारकेश्वर के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई करने की संस्तुति की है।