पिता ने मचा दिया मौत का तांडव, पत्नी, विवाहित बेटियों और सात साल के नाती को कुल्हाड़ी से काट दिया.. वजह रौंगटे खड़े कर देने वाली
नागौर में पिता ने मौत का तांडव मचा दिया। देर रात अपने ही परिवार को कुल्हाड़ी से काट दिया। विवाहिता बेटियों, दोहिता और पत्नी के गले एवं शरीर पर इतनी कुल्हाड़ी चलाई कि दो बेटियों की मौके पर ही मौत हो गई। रातों रात कमरे को बाहर से बंद कर फरार भी हो गया। आज सवेरे कमरे के बाद खून रिसता हुआ आया। परिवार के अन्य लोगों ने कमरा खोला तो वहां लाशें और अचेत लोग पड़े थे।
पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और लाशों को मुर्दाघर में रखवाया। गंभीर घायल महिला और उसके दोहिते को नागौर जिले से अजमेर के लिए रेफर कर दिया गया। आरोपी देर रात फरार हो गया जिसे आज सवेरे पुसिल ने दबोच लिया। मामले की जांच परबतसर थाना पुलिस कर रही है।
पुलिस ने बताया कि परबतसर थाना इलाके के दिलढाणी गांव में मानसिक रुप से बीमार 57 साल के मनाराम ने अपने ही परिवार पर देर रात दो बजे कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। उस वक्त परिवार के सभी सदस्य नींद में सो रहे थे। पति ने अपनी पत्नी 50 साल की केसर देवी, 26 साल की बेटी मीरा, 20 साल की बेटी रेखा और सात साल के मीरा के बेटे प्रिंस पर कुल्हाड़ी से कई वार किए।
जिसमें मौके पर ही दोनों बेटियों ने दम तोड़ दिया। वहीं पत्नी और नाती को गंभीर घायल होने पर अजमेर रेफर किया गया। दोनो बेटियों के हाथों में मेहंदी लगी हुई थी। दोनो ही शादीशुदा थीं। संभव हैं कि दोनो किसी आयोजन में शामिल होने के लिए पिता के घर आई हों….।
दस साल पहले खदान में गिरने से हो गया था मानसिक बीमार
परिवार के लोगों से बातचीत के आधार पर पुलिस ने बताया कि मानाराम करीब दस साल से बेरोजगार है। करीब दस साल पहले तक वह गांव के नजदीक ही एक खदान में काम करता था। वहां पर हुए एक हादसे में उसके सिर मे चोट लगी थी। कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद भी वह पूरी तरह से सही नहीं हुआ।
परिवार के लोगों से बातचीत के आधार पर पुलिस ने बताया कि मानाराम करीब दस साल से बेरोजगार है। करीब दस साल पहले तक वह गांव के नजदीक ही एक खदान में काम करता था। वहां पर हुए एक हादसे में उसके सिर मे चोट लगी थी। कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद भी वह पूरी तरह से सही नहीं हुआ।
उसके बाद काम छोड़ दिया और घर में ही रहने लगा था। इस बीच मानाराम की पत्नी केसर देवी ने ही अपनी दोनो बेटियों की शादियां की और उन्हें विदा किया। लेकिन अब बेटियां जब माता पिता से मिलने आई तो वापस नहीं जा सकीं।