झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर, पांच लाख का था इनामी
उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा अपडेट सामने आया है. यूपी एसटीएफ ने माफिया अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर कर दिया है. इसके अलावा गुलाम को भी पुलिस ने ढेर कर दिया है. दोनों उमेश पाल हत्याकांड में शामिल थे. दोनों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था. यूपी एसटीएफ की टीम दोनों को मध्य प्रदेश की सीमा से घेर कर झांसी में लाई थी. इसके बाद यहां हुई मुठभेड़ में दोनों इनामी मारे गए.
इससे पहले यूपी एसटीएफ प्रयागराज पुलिस के साथ उमेश पाल हत्याकांड में चार आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है. इसके बाद ये पांचवां एनकाउंटर झांसी में हुआ है. जिसमें माफिया अतीक का बेटा असद मारा गया, जो उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी था. उस पर पांच लाख रुपए का इनाम था. गुलाम भी इसी मामले में वांछित था और पांच लाख का इनामी था.
एनकाउंटर के बाद एडीजी पुलिस कुछ ही देर में यहां झांसी हेलीकॉप्टर से पहुंचने वाले हैं. पुलिस फोर्स एनकाउंटर स्थल पर बारीकी से छानबीन कर रही है. बताया जा रहा है कि कई दलों के बड़े नेता भी झांसी आ सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि इस एनकाउंटर के बाद यूपी एसटीएफ जल्द ही एक और बड़ा कांड करने की तैयारी में है. अब ये क्या होगा इसका कुछ देर में ही पता चलेगा.
बता दें, माफिया से नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद और गुलाम पुत्र मकसूदन, दोनों प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे. प्रत्येक पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था. झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ की टीम के साथ दोनों की मुठभेड़ हो गई. इसमें दोनों ढेर हो गए.
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस लगातार आरोपियों पर शिकंजा कसने का काम कर रही है. मामले में अतीक का बेटा असद फरार चल रहा था. पुलिस की कई टीमें इसकी तलाश में जुटी हुई थीं. हत्याकांड में शामिल असद और गुलाम के बारे में इनपुट मिलने पर झांसी पुलिस, प्रशासन और यूपी एसटीएफ की टीम अलर्ट हो गईं. इसके बाद झांसी में टीमों की असद और गुलाम के साथ मुठभेड़ हो गई. इसमें दोनों ढेर कर दिए गए. उमेश पाल हत्याकांड में यूपी एसटीएफ की यह कार्रवाई बड़ी मानी जा रही है. एसटीएफ ने दोनों के पास से कई विदेशी हथियार भी बरामद किए हैं.
एनकाउंटर से अधिवक्ता खुश
एसटीएफ की इस कार्रवाई में असद और गुलाम के ढेर होने पर अधिवक्ताओं ने भी खुशी जाहिर की है. वकीलों का कहना है कि इस कार्रवाई से सीएम के ‘मिट्टी में मिला देंगे’ वाला बयान सही साबित हो गया. कार्रवाई से काफी खुशी मिली है. योगी जी ने जो कहा वह कर दिखाया.