क्या पेट्रोल की मोटरसाइकिल में डीजल डालके चला सकते है ?यहां जाने क्या होगा इसका असर

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क्या पेट्रोल की मोटरसाइकिल में डीजल डालके चला सकते है ?यहां जाने क्या होगा इसका असर

क्या पेट्रोल से चलने वाली बाइक को डीजल डालकर चलाया जा सकता है ,कभी ना तो कभी यह सवाल आपके मन में आया होगा। करीब 31 साल पहले राजदूत की मोटरसाइकिल डीजल से भी चलती थी। हालांकि डीजल से चलने वाली बाइक मार्केट में नहीं दिखती।

अब अधिंकाश मार्केट में पेट्रोल से चलने वाली बाइक ही सड़क पर दिखेगी। ऐसे में क्या हुआ जब पेट्रोल से चलने वाली बाइक में डीजल डाल दिया जाए।

मोटरसाइकिल का इंजन बस इतने ही समय के लिए काम बंद कर देगा

ऐसा होने की संभावना वैसे तो काफी कम है लेकिन अगर गलती से ऐसा कभी हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। वैसे तो बाइक स्टार्ट नहीं होगी। लेकिन अगर मान लेते हैं कि फ्यूल लाइन में कुछ पेट्रोल बचा हुआ है जिससे आपकी बाइक चालू हो गई और जब तक इंजन ने वहां से पेट्रोल पूरी तरह से सोख नहीं लिया बाइक चलती रहेगी इसके बाद बाइक बंद हो जाएगी। आपको परेशान होने जरूरत नहीं है।

इससे आपको इंजन में कोई खराब असर नहीं होने वाला है बस आपको एक आसान सा काम करना होगा कि बाइक का पेट्रोल टैंक पूरी तरह खाली कर दें। इसके बाद उसने सही ईंधन डाल दे। डीजल के पेट्रोल इंजन में चले जाने से आपकी बाइक की मोटर बाइक पर कोई असर नहीं होगा। इससे सिर्फ इतना ही होगा कि आप मोटरसाइकिल का इंजन बस इतने ही समय के लिए काम बंद कर देगा इतनी देर उसमें पेट्रोल की जगह डीजल डाला हुआ है।

डीजल की घनत्व पेट्रोल से अधिक होता है

दरअसल डीजल की घनत्व पेट्रोल से अधिक होता है। डीजल को जलाने के लिए पेट्रोल के मुकाबले बहुत अधिक दबाव की आवश्यकता होती है। डीजल को चलाने के लिए पेट्रोल के मुकाबले अधिक दबाव की आवश्यकता होती है। इसके अलावा डीजल इंजन का दबाव अनुपात पेट्रोल वाले इंजन से बहुत ज्यादा होता है. इसलिए डीजल इंजन वाली गाड़ियां आवाज और वाइब्रेशन भी ज्यादा करती हैं।

बाइक का इंजन इतना वाइब्रेशन और दबाव झेलने के लिए नहीं बना होता.डीजल इंजन बेहतर होता है। पेट्रोल इंजन यह भी एक ऐसे सवाल कॉलेज के लोगों के बीच बहस का मुद्दा बनता है डीजल इंजन बहुत हाई प्रेशर पर काम करते हैं। इसलिए उनका जल्दी खराब होना लाजमी है और इनमे बहुत जल्दी-जल्दी आयल बदलने की जरूरत पड़ती है। हर 5000 किलोमीटर पर डीजल इंजन में ऑयल बदलना होता है ताकि वह खराब ना हो जबकि पेट्रोल इंजन में यह दूरी 6 से 8000 किलोमीटर हो जाती है